आर्थिक विकास के लिए सरकार को करने होंगे और प्रयास
नई दिल्ली: ईटीवी भारत से बात करते हुए, वरिष्ठ व्यापार पत्रकार पूजा मेहरा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में मौजूदा मंदी 1991 में शुरू किए गए सुधारों की प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाने का एक संचयी प्रभाव है. उन्होंने आगे कहा कि सुधारों को लंबित रखने की वजह से ही वर्तमान संरचनात्मक मंदी आई है.
Last Updated : Sep 28, 2019, 2:53 PM IST