तमिलनाडु : नगर निगम आयुक्त को दुकानों का सामान फेंकना पड़ा भारी, मांगनी पड़ी माफी
देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है, इससे निबटने के लिए देशभर में लॉकडाउन है. लॉकडाउन की शुरुआत 24 मार्च से हुई थी. लेकिन अब देश के इलाकों को ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में बांट दिया गया है और लोगों को रियायतें दी गई है. इसी क्रम में तमिलनाडु सरकार ने भी 10 मई से एमएसएमई उद्योगों को अपना कार्य फिर से शुरू करने के लिए प्रेरित किया है. तमिलनाडु के तिरुपत्तूर जिले में चार कंटेनमेंट जोन है इन्हें छोड़कर हर जगह लोगों को दुकाने संचालित करने की अनुमति है. ये कंटेनमेंट जोन वान्यांबडी, देवस्थानम, चेट्टियापनुर, रामानायपेट और गिरिस्सुद्रम है. नगर आयुक्त सेसिल थॉमस और अन्य नगरपालिका अधिकारियों ने इन कंटेनमेंट जोन का अचानक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अधिकारी ने सड़क विक्रेताओं के फलों और सब्जियों को कूड़े में फेंक दिया. यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया, जिसके बाद द्रमुक सांसद कनिमोझी ने भी अपनी निंदा व्यक्त की. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'गरीब लोगों के खिलाफ शक्तियों का शोषण किया जा रहा है और इस अमानवीय कृत्य के लिए अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. इसके बाद नगर निगम आयुक्त ने अपनी कार्रवाई के लिए माफी मांगी और कहा कि वह नहीं चाहते थे कि ये सभी कंटेनमेंट जोन कोआंबेडु में बदल जाए. बता दें कि कोआंबेडु में कोरोना के सबसे अधिक मामले आए हैं.