बोडो समझौते से असम में अराजकता पैदा होगी : उपमन्यु हजारिका - सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और घुसपैठ विरोधी फोरम के संयोजक उपमन्यु हजारिका
ऐतिहासिक बोडो समझौते पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और घुसपैठ विरोधी फोरम के संयोजक उपमन्यु हजारिका ने विरोध दर्ज कराया है. उन्होंने कहा कि इस समझौते से और अराजकता पैदा होगी क्योंकि इस (एकॉर्ड) ने गैर-बोडो की उपेक्षा की है. दरअसल ईटीवी भारत से बातचीत में हजारिका ने कहा कि गैर-बोडोलैंड क्षेत्रों में रहने वाले बोडो से उचित सलाह ली जानी चाहिए. हजारिका ने आरोप लगाया कि असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल का यह समझौता बीटीएडी क्षेत्रों में गैर-बोडो स्थानीय समुदायों के अधिकारों को छिन्न-भिन्न करने के अलावा और भी कई समस्याएं खड़ी करेगा. सोनोवाल सरकार ने स्थानीय समुदायों के बीच दरार बढ़ा रही है और बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र जिला (BTAD) में अब बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (BTR) में गैर-बोडो स्वदेशी समुदायों की स्थिति को और खराब कर देगा.
Last Updated : Feb 28, 2020, 12:05 PM IST