लोक सभा में जस्टिस संजीब बनर्जी के तबादले का जिक्र, तृणमूल सांसद ने कहा- कॉलेजियम दोबारा सोचे
तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी (TMC MP Kalyan Banerjee) ने आज लोक सभा में न्यायपालिका में सेवाओं और जजों की सैलरी के मुद्दे पर विस्तार से अपनी बात रखी. उन्होंने कुछ उदाहरण भी दिए. जस्टिस संजीब बनर्जी के तबादले (justice sanjib banerjee transfer) को लेकर कल्याण बनर्जी ने कहा कि जिस तरीके से यह हुआ, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. टीएमसी सांसद ने कहा कि संजीब बनर्जी के साथ जो हुआ इसका कारण निर्वाचन आयोग की आलोचना है. उन्होंने संजीब बनर्जी को भारतीय हाईकोर्ट का बेस्ट जज करार दिया. उन्होंने कहा कि संजीब बनर्जी के साथ जो हुआ, कॉलेजियम को पुनर्विचार करना चाहिए. पश्चिम बंगाल के सेरामपुर से निर्वाचित सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि भारत में 5.4 करोड़ मामले उच्च न्यायालयों के समक्ष लंबित हैं. उन्होंने कहा कि आज हमारी न्याय प्रणाली गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है. उन्होंने सवाल किया कि फास्ट-ट्रैक अदालतों पर क्या काम हो रहा है. कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि कॉलेजियम भाजपा के करीबी वकीलों की सिफारिश करता है. बनर्जी ने दावा किया कि तीन महिला वकीलों के नाम की सिफारिश की गई थी, लेकिन उन्हें कभी जज नहीं बनाया गया. बनर्जी ने सवाल किया कि क्या केंद्र सरकार संविधान के अनुच्छेद 144 (समानता के अधिकार) का उल्लंघन नहीं कर रही ? कल्याण बनर्जी ने न्याय प्रणाली में लंबित मामलों के साथ संघर्ष कर रहे लोगों की दुर्दशा पर भी बात की.