WATCH : बेजान छातों में अपनी पेंटिंग से जान फूंक रहीं सूरत की भाविनी
गुजरात के सूरत की रहने वाली भाविनी मयूर गोलवाला छतरियों को खबसूरत कलाकृति में बदल रही हैं. पेंटिंग के अपने जुनून और लेखन के प्रति की दीवानगी ने मानो बेजान छतरियां में जान फूंक दी हो. पेंट करने के बाद वो इन्हें 500 से लेकर 1500 रुपये तक में बेचती है. भगवान राम के प्रति अपनी भक्ति को दिखाने के लिए भाविनी ने एक खास छतरी बनाई है जिस पर देवनागरी में उन्होंने जय श्री राम और अयोध्या के राम मंदिर को दर्शाया है. भाविनी अपनी पेंटिंग में चित्रों के साथ देवनागरी और संस्कृत के श्लोकों को शामिल करती हैं. फिलहाल,उनके ज्यादातर ग्राहक सूरत से हैं लेकिन उन्हें उम्मीद है कि जैसे ही वो ज्यादा छाते रंगने लगेंगी उनकी कला के चाहने वाले और जगहों पर भी बढ़ेंगे. इस बारे में पेंटर भाविनी मयूर गोलवाला ने कहा, "पिछले पांच साल से मैं पेटिंग कर रही हूं. हर एक मिडियम का हमने ज्ञान लिया हुआ है. पिछले साल मैंने पेंटिंग वर्कशॉप अटेंड किया था. तब से ही मैं छाते पर काम कर रही हूं. पिछले साल इसकी शुरुआत की तो लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया आई थी तो थोड़ी ज्यादा मेहनत की है. केलिग्राफी में मुझे ज्यादा रुचि थी, इसलिए मैंने संस्कृत के श्लोक से बनाया है."