बजट में वित्त मंत्री ने सुनाया था महाभारत का श्लोक, केरल के सांसद ने पूछा केवल एक ही श्लोक क्यों चुना. सीपीएम के एएम आरिफ ने कहा कि सरकार ने बजट में अमृत काल की बात की है, लेकिन यह कॉर्पोरेट जगत के लिए है, आम आदमी के लिए नहीं. उन्होंने आरोप लगाया कि ‘अच्छे दिन’ के वादे करने से लेकर अमृत काल और पीएम गतिशक्ति की घोषणाओं तक सरकार झूठे वादे करती आ रही है और आम जनता को गुमराह किया जा रहा है.