बाड़मेर की बहनों ने BSF जवानों को बांधी राखी, बोले- घर की कमी नहीं खली
रक्षाबंधन के दिन अपने परिवार और अपनी बहनों से दूर होने की कमी उन्हें महसूस न हो इसीलिए रविवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय से लेकर बॉर्डर तक जवानों को स्थानीय लड़की और महिलाओं ने राखी बांधी. रक्षाबंधन के त्योहार के दिन हर कोई यह चाहता है कि उसकी बहन उसकी कलाई पर राखी बांधे, लेकिन जवान तो देश की सीमाओं पर 24 घंटे डटे हुए हैं. जब इन जवानों के बीच कलाई पर राखी बांधने के लिए बहनें पहुंची तो इन सीमा सुरक्षा बल के जवानों से लेकर अधिकारियों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था. जवान कहने लगे कि हम घर से दूर हैं और रक्षाबंधन का त्यौहार है, हमें अपनी बहन की याद आ रही थी. लेकिन इन बहनों ने हमें अकेला नहीं रहने दिया और हमारी कलाई भी सुनी नहीं है. इन सब से हमारा हौसला और बढ़ता है. कॉलेज में पढ़ने वाली पायल का कहना है कि यह हमारे लिए फक्र की बात है कि सीमाओं पर 24 घंटे हमारे जवान मुस्तैद हैं और इसीलिए हम महफूज हैं. रक्षाबंधन का मौका है तो हमने सोचा कि हमारे जवान अपने बहनों से दूर हैं इनकी कलाई सूनी न रहे, इसीलिए हम राखी बांधने आए.मुनाबाव से लेकर अन्य सीमा चौकियों पर कई निजी संगठन की महिलाएं जवान और अधिकारियों को कलाई पर राखी बांधने के लिए पहुंची. सेक्टर हेड क्वॉर्टर पर भी कई बहनें जवानों और अधिकारियों को कलाई पर राखी बांधने के लिए पहुंची.