खास कार्यक्रम 'हमर भाखा के मया' में विवेकानंद भारती की प्रस्तुति
जमाना भले ही कितनी भी तेजी से बदले, जीवन में संत हमेशा प्रसंगिक रहेंगे. इसका सबसे अच्छा उदाहरण कबीर है. कबीर के दोहे आज भी आम लोगों के बीच लोकप्रिय है. कबीर के दोहों में जीवन के गुण रहस्य को आसानी से समझा जा सकता है. इन दोहों को पढ़कर इंसान बेहतर बन सकता है. ईटीवी भारत छत्तीसगढ़ की खास पेशकश में विकेकानंद भारती ने कबीर की पंक्तिया सुनाई और उसके अर्थ भी बताए. देखें खास कार्यक्रम 'हमर भाखा के मया'. जिसका अर्थ है हमारी भाषा की माया.