सनातन धर्म की नजर से जाति धर्म को देखने की आवश्यकता : शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती
गोवर्धन पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती (Govardhan Peethadheeshwar Jagatguru Shankaracharya) ने उत्तराखंड में देवस्थानम बोर्ड (Devasthanam Board) के विरोध में तीर्थ पुरोहितों की समस्या को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा सरकारी सिस्टम को धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. यह उनका अधिकार भी नहीं है. अध्यात्म के क्षेत्र को सनातन परंपरा से देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा देश के अंदर अभी कृत्रिम ढंग से जातियों का चुनाव हो रहा है. इसलिए देश के अंदर विस्फोट वाला माहौल तैयार हो रहा है. इसलिए सनातन धर्म की नजर से जाति धर्म को देखने की आवश्यकता है.