Elephant caught: आखिर क्यों बेड़ियों और जंजीरों में कैद है हाथी राम बहादुर? वीडियो में देखें पूरी कहानी
पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में 55 वर्षीय हाथी रामबहादुर (Elephant Rambahadur) को बेडियों और मोटी-मोटी जंजीरों से बांधकर रखा गया है. हाथी रामबहादुर को कैद की सजा सुनाई गई है. रामबहादुर ने 4 जुलाई को सुबह अपने महावत बुधराम रोटिया को दांतों से दबाकर मार डाला और जंगल में फरार हो गया. महावत की हत्याकर जंगल में भाग गए हाथी को बड़ी मशक्कत के बाद हिनौता हाथी कैंप के पास ट्रेंकुलाइज कर जंजीरों से जकड़ा गया. फील्ड डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि ''घटना को अंजाम देने के बाद हाथी ज्यादा आक्रामक और खतरनाक हो चुका है''. उन्होंने बताया कि ''छत्तीसगढ़ के जंगल में पले बढ़े इस हाथी को वर्ष 1993 में पकड़ा गया था. उस समय हाथी की उम्र 25- 26 वर्ष के लगभग थी. महावत बुधराम तभी से इस हाथी की देखभाल करता आ रहा था. हाथी हिंसक है इससे पहले भी वह दुनिया की सबसे बुजुर्ग हथिनी वत्सला पर भी दो बार जानलेवा हमलाकर चुका है. हाथी रामबहादुर इस कदर आक्रामक हो चुका है कि वह महावतों को डेढ़-दो सौ मीटर दूर से ही खदेडऩे लगता है.फिलहाल उसे कैद में रखा गया है इसके बाद ऊपर से जिस तरह के निर्देश मिलेंगे उसी के अनुरूप आगे की कार्रवाई की जाएगी. तब तक हाथी रामबहादुर इसी तरह जंजीरों से कैद रहेगा।''. (Panna Tiger Reserve) (Elephant who killed mahout arrested) (Elephant Rambahadur was caught) (Forest department tranquilize in fetters) (Elephant attacked his own Mahout)
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:24 PM IST