The Kashmir Files : दिल्ली के हिरणकी गांव में रह रहे कश्मीरी पंडितों का छलका दर्द - दिल्ली के नरेला इलाके के कश्मीरी पंडित
'द कश्मीर फाइल्स' मूवी आने के बाद पिछले कुछ दिनों से कश्मीर में हुए नरसंहार की चर्चा राजनीतिक गलियारों से लेकर चौक-चाैराहे तक हो रही है. राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर कश्मीर में हुए पलायन का ठीकरा फोड़ रही हैं, लेकिन अभी तक किसी भी राजनीतिक दल ने उन लोगों से यह पूछने की जहमत नहीं उठाई कि अपने ही देश में माइग्रेंट हाेने के बाद कैसे जी रहे हैं. यह मानना है राजधानी दिल्ली के नरेला इलाके की कश्मीरी कॉलोनी में रह रहे कश्मीरी पंडितों का. कश्मीरी पंडितों ने ईटीवी भारत को बताया कि 31 साल पहले जाे कुछ हुआ वह बेहद निंदनीय था. हजारों लाखों लोगों को अपना सब कुछ छोड़ कर देश के अलग-अलग शहरों में रहना पड़ रहा है. उसी समय से कश्मीरी पंडितों को वापस ले जाने की बातें होती रहीं, लेकिन अब तक इसको लेकर कोई ठोस कदम किसी भी सरकार ने नहीं उठाया. हिरणकी कॉलोनी में पिछले करीब 30 सालों से कश्मीरी पंडित रह रहे हैं. कश्मीरी पंडिताें ने बताया कि जो कुछ भी इस फिल्म में दिखाया गया है वह केवल सच्चाई का 20 परसेंट है. मंजर इससे कहीं ज्यादा भयावह था. इतने सालों बाद भी उनके पास अभी तक सरकारी विभाग से कोई भी अधिकारी पूछने के लिए नहीं आया और न ही किसी ने यह जानना चाहा कि आखिरकार वह क्या चाहते हैं. इन 30 सालों में पीड़ितों ने अपनी जन्मभूमि जाने की इच्छा ताे जताई लेकिन कहा, हिम्मत नहीं हुई कि वह उस जगह पर जा सकें जहां उनके साथ अत्याचार और बर्बरता की सारी हदें पार की गई थीं.