पूर्वोत्तर क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाएं, लाखों हेक्टेयर उपयोगी भूमि बाढ़ में नष्ट - natural disasters
पूर्वोत्तर क्षेत्र में भूस्खलन और मिट्टी के कटाव जैसी प्राकृतिक आपदाएं अक्सर होती हैं. हर साल फ्लैश फ्लड की वजह से लोगों को काफी नुकसान होता है, लेकिन अभी तक इसका कोई स्थायी समाधान नहीं हुआ है. जियोलॉजिकल एंड सर्वे ऑफ इंडिया के शोध में यह बात सामने आई है कि जलवायु परिस्थितयों में बदलावों के कारण प्राकृतिक आपदाओं में बढ़ोतरी हुई है. उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार तीन साल में असम में लगभग 31.05 लाख हेक्टेयर से 78.523 लाख हेक्टेयर उपयोगी भूमि बाढ़ में नष्ट हो गई थी. वहीं राज्य के कुल भू-भाग का 39.58 प्रतिशत बाढ़ से प्रभावित पाया गया है.