पीएम ने कहा था- सरकार का काम बिजनेस करना नहीं, राहुल बोले- तो क्या देश की संपत्ति बेच देंगे ?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज National Monetisation Pipeline को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि पीएम ने सबकुछ बेच दिया. सरकार ने कोरोना काल में जनता की मदद नहीं की. कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी और भाजपा का एक नारा था कि '70 साल में कुछ नहीं हुआ' और कल वित्त मंत्री ने जो भी 70 साल में इस देश की पूंजी बनी थी, उसे बेचने का फैसला ले लिया है, मतलब प्रधानमंत्री ने सब कुछ बेच दिया. हम निजीकरण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हमारी निजीकरण योजना का तर्क था. हमने रणनीतिक उद्योगों का निजीकरण नहीं किया और हम रेलवे को रणनीतिक उद्योग मानते हैं क्योंकि यह लाखों और करोड़ लोगों को ट्रांसपोर्ट करता है और बहुत से लोगों को रोजगार भी देता है. राहुल कहा कि हमने लंबे समय से घाटे में चल रहे उद्योगों का निजीकरण किया. हमने उन कंपनियों का निजीकरण किया जिनकी बाजार हिस्सेदारी न्यूनतम थी. हमने किसी विशेष क्षेत्र में निजी क्षेत्र के एकाधिकार को रोकने की क्षमता वाले सरकारी उद्यमों का निजीकरण नहीं किया. बता दें कि 24 फरवरी, 2021 को पीएम मोदी ने कहा था कि बजट में भारत के विकास में प्राइवेट सेक्टर की मजबूत पार्टनरशिप पर भी फोकस किया गया है. पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का यह दायित्व है कि वह देश के एंटरप्राइज को, व्यवसायों को पूरा समर्थन दे, लेकिन सरकार खुद एंटरप्राइज चलाए, उसकी मालिक बनी रहे, यह आवश्यक नहीं. उन्होंने कहा कि इसलिए वे कहते हैं कि सरकार का काम बिजनेस में होना या व्यवसाय करना नहीं है. उन्होंने कहा था कि जब देश में पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइज शुरू किए गए थे, तब समय अलग था और देश की जरूरतें भी अलग थी. आज जब हम सुधार कर रहे हैं तो हमारा सबसे बड़ा लक्ष्य यही है कि जनता के पैसे का सही उपयोग हो.