श्री पद्मनभास्वामी मंदिर में चल रहा मुराजापम और जलाजापम अनुष्ठान
केरल की राजधानी में स्थित श्री पद्मनभास्वामी मंदिर को संस्कृति और अध्यात्म का केंद्र माना जाता है. मंदिर में इस समय मुराजापम और जलाजापम अनुष्ठान किया जा रहा है. मुराजापम का आयोजन प्रत्येक छह वर्षों में एक बार किया जाता है जबकि जलाजापम 1927 के बाद फिर से शुरू किया गया. मुराजापम का आयोजन सैकड़ों वर्षों से किया जा रहा है. मुराजापम में ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद के मंत्रों का जाप किया जाता है. यह 56 दिनों तक चलने वाला धार्मिक आयोजन है. इसमें मंत्रों को आठ मुरों या चक्रों में पूरा किया जाएगा. एक मुर आठ दिन तक चलेगा. जलाजापम का अनुष्ठान इसलिए किया जाता है ताकि राज्य में किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा न हो. यह अनुष्ठान वरुणदेव को समर्पित है. 21 नवम्बर से मुराजापम और जलाजापन अनुष्ठान किया जा रहा है. यह अनुष्ठान 15 जनवरी (मकर संक्रांति) को लक्षदीपम के साथ सम्पन्न होगा.