1984 में मारे गए सिखों की यादें आज भी इस गुरुद्वारे में है ताजा
31 अक्टूबर 1984 को भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद दिल्ली के कई इलाकों में सिखों के खिलाफ हिंसा भड़क गई थी, जिसमें हजारों लोगों की जान गई थी. तीन दिन तक चले इस कत्लेआम में सैकड़ों महिलाएं विधवा हुई थीं और सैकड़ों बच्चे अनाथ हुए थे. ईटीवी भारत दिल्ली के त्रिलोकपुरी पहुंचा जहां गुरद्वारा सिंह साहब शहीदी स्थान है, इस गुरुद्वारे में सैकड़ों सिखों की यादें मोजूद हैं.