मणिपुर हिंसाः आम लोगों के साथ ही राज्य के जूडो खिलाड़ी, परिवार और कोच भी हुए प्रभावित
मणिपुर ने देश को कई एथलीट दिए हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का परचम लहराया है. फिलहाल सामुदायिक हिंसा से जूझ रहे पूर्वोत्तर के इस राज्य में आम लोगों के साथ ही खिलाड़ियों, उनके परिवार और यहां तक कि उनके कोचों पर भी गहरा प्रभाव पड़ा है. राज्य में फैली हिंसा के कारण लोगों को काफी नुकसान हुआ है और आजीविका पर गंभीर असर पड़ा है. साथ ही राज्य का माहौल भी खराब हुआ है, जो खेल प्रतिभाओं के विकास के लिए बेहद जरूरी है. मणिपुर तीन मई से जातीय हिंसा की चपेट में है. हिंसा की वजह से यहां अब तक 160 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.