Shri Hari Vishnu: भगवान में श्रद्धा रखने वाले इंद्रियों को वश में करके परम शांति प्राप्त करते हैं
जब तुम्हारी बुद्धि मोहरूपी दलदल को तर जाएगी, उसी समय तुम सुने हुए और सुनने में आने वाले भोगों से वैराग्य को प्राप्त हो जाओगे.जो मनुष्य बिना कर्मफल की इच्छा किए हुए सत्कर्म करता है, वही मनुष्य योगी है. जो सत्कर्म नहीं करता, वह संत कहलाने योग्य नहीं है. इस भौतिक जगत में जो व्यक्ति न तो शुभ की प्राप्ति से हर्षित होता है वह पूर्ण ज्ञान में स्थिर होता है. Geeta Saar.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:26 PM IST