हमने जंगल में भागकर बचाई अपनी जान : जेएनयू छात्र
ईटीवी भारत ने जेएनयू हिंसा में घायल एक छात्र मृणाल बोरा से बातचीत की. मृणाल ने बताया, 'जब हम प्रोटेस्ट करने के लिए जमा हुए थे, उस समय एबीवीपी के गुंडों ने हम पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. हम हालात को बिगड़ता देख वापस चले गए. बाद में जब भीड़ कम हुई तो हम फिर आगे बढ़े. इस दौरान कुछ लोगों ने हमपर रॉड-डंडों से हमला शुरू कर दिया. इसके बाद मुंह पर कपड़ा बांधे कई लोगों की भीड़ ने हम पर हमला कर दिया. उन्होंने हमारे प्रोफेसर के साथ मारपीट की, हमको मारा, हम लोग अपनी जान बचाने के लिए जंगल में भाग गए और रात 10 बजे तक वहीं बैठे रहे.'