नारियल की लकड़ी से बनता है भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा का रथ - नारियल की लकड़ी से बना रथ
भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथ नारियल की लकड़ी से बनाए जाते हैं. नारियल की लकड़ी हल्की होती है और इसे आसानी से खींचा जा सकता है. भगवान जगन्नाथ के रथ को नंदीघोष रथ के नाम से जाना जाता है. इसे गरुड़ध्वज और कपिध्वज भी कहते हैं. इस रथ में भगवान का साथ मदनमोहन देते हैं. भगवान जगन्नाथ के रथ की ऊंचाई 45.6 फिट होती है. इसमें 16 पहिए होते हैं. यह लकड़ी के कुल 838 टुकड़ों से बना होता है. भगवान जगन्नाथ के रथ का रंग लाल और पीला होता है. यह अन्य रथों से आकार में बड़ा होता है. ये रथ बलभद्र और सुभद्रा के रथ के पीछे होता है. नंदीघोष रथ के घोड़ों का नाम शंखा, बलाहंखा, सुवेता, और हरिदश्व है. इन घोड़ों का रंग सफेद होता है. इस रथ के सारथी का नाम दारुक है. भगवान जगन्नाथ के रथ पर हनुमानजी और नृसिंह का प्रतीक होता है. इस रथ के रक्षक भगवान विष्णु के वाहन पक्षीराज गरुड़ हैं.