पोखरण रेंज में DRDO और IAF ने SANT मिसाइल और पिनाक ईआर सिस्टम का किया सफल परीक्षण, देखें Video - स्टैंड ऑफ एंटी टैंक (SANT) मिसाइल का परीक्षण
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय वायु सेना ने शनिवार को राजस्थान के पोखरण रेंज में कई परीक्षण किये. इसमें स्टैंड-ऑफ एंटी-टैंक (SANT) मिसाइल के अलावा पिनाक एक्सटेंडेड रेंज सिस्टम, एरिया डिनायल म्यूनिशंस और न्यू इंडीजिनस फ्यूज शामिल हैं. बता दें कि, सेना ने उन्नत नौवहन एवं नियंत्रण प्रणाली से लैस मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर प्रणाली पिनाक-ईआर का जैसलमेर की पोखरण रेंज में सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार सभी परीक्षण होने के बाद अब उद्योग साझेदार रॉकेट प्रणाली की पूरी श्रृंखला के उत्पादन के लिये तैयार हैं. एक आधिकारिक बयान में बताया गया, पिनाक विस्तृत मारक प्रणाली, एरिया डिनायल म्यूनिशंस (एडीएम) और न्यू इंडीजीनियस फ्यूज(नव स्वदेशी विस्फोटक) का सफल परीक्षण विभिन्न परीक्षण स्थलों पर हुआ. पिनाक- ईआर मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर प्रणाली का कामयाब परीक्षण पोखरण रेंज में किया गया. इस प्रणाली को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की प्रयोगशालाओं – पुणे स्थित आयुध अनुसंधान एवं विकास स्थापना (एआरडीई) तथा उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला (एचईएमआरएल) ने संयुक्त रूप से डिजाइन किया है. इसके अनुसार सेना के साथ डीआरडीओ ने पिछले तीन दिनों के दौरान फील्ड फायरिंग रेंज में इन रॉकेटों की मारक क्षमता का मूल्यांकन एवं परीक्षण किया. इन परीक्षणों में, उन्नत मारक क्षमता वाले पिनाक रॉकेटों का परीक्षण विभिन्न विस्फोटक क्षमताओं के साथ भिन्न-भिन्न दूरी से किया गया. सारे परीक्षण लक्ष्यों की पूर्ति संतोषजनक रही. बयान में कहा गया कि विभिन्न दूरियों से 24 रॉकेटों को विस्फोटक क्षमताओं के साथ दागा गया और सबने पूरी सटीकता तथा स्थिरता के साथ लक्ष्य को भेदा. इसके साथ ही उद्योग साझेदार द्वारा पिनाक-ईआर की प्रौद्योगिकी के शुरूआती चरण को सफलतापूर्वक पूरा किया गया. इसके निर्माण में उद्योग भी सफल रहा. अब उद्योग साझेदार रॉकेट प्रणाली की पूरी श्रृंखला के उत्पादन के लिये तैयार है. बयान के अनुसार पिनाक-ईआर पुराने पिनाक संस्करण का उन्नत संस्करण है. पहले वाले पिनाक रॉकेट पिछले एक दशक से भारतीय सेना में शामिल हैं. इस प्रणाली की डिजाइन को मारक दूरी बढ़ाने की उन्नत प्रौद्योगिकी के साथ नई जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. पिनाक के लिये एआरडीई, पुणे द्वारा डिजाइन किये गये एरिया डिनाइल म्यूनिशन (एडीएम) का निर्माण उद्योग साझेदारों ने किया है. इसकी प्रौद्योगिकी भी उन्हें प्रदान की गई थी. इन युद्ध सामग्रियों का कामयाब परीक्षण पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में किया गया. इन परीक्षणों का उद्देश्य यह परखना भी था कि प्रौद्योगिकी को उद्योग साझेदारों ने किस तरह अपनाया है.
Last Updated : Dec 11, 2021, 8:12 PM IST