ओडिशा : यहां जानें श्री जगन्नाथ यात्रा का इतिहास - Jagannath temple
श्री जगन्नाथ को श्रीकृष्ण का अवतार माना जाता है. इनकी महिमा का उल्लेख धार्मिक ग्रंथों एवं पुराणों में भी किया गया है. ऐसी मान्यता है कि जगन्नाथ रथयात्रा में श्रीकृष्ण और उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा का रथ भी होता है. मान्यता है कि जो लोग इस रथ यात्रा में शामिल होकर इसे खींचते हैं, उन्हें सौ यज्ञ के बराबर पुण्य लाभ मिलता है. रथ यात्रा के दौरान लाखों की संख्या में लोग शामिल होते हैं एवं रथ को खींचने के लिए श्रद्धालुओं का भारी तांता लगता है. बता दें, जगन्नाथ यात्रा हिन्दू पंचाग के अनुसार, आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को निकाली जाती है. यात्रा में शामिल होने के लिए देश भर से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. जानें, श्री जगन्नाथ यात्रा का इतिहास...