मासिक धर्म स्वच्छता प्रथाओं पर किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि मिथकों, गलत धारणाओं और सामाजिक रूप से प्रतिबंधात्मक प्रथाओं का उच्च प्रचलन आज भी भारत में स्कूल जाने वाली किशोरियों के बीच है. अध्ययन में कहा गया है कि स्कूल के शिक्षकों को भी महत्वपूर्ण मासिक धर्म स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के बारे में उचित जागरुकता और ज्ञान की कमी है.
Last Updated : Jan 14, 2022, 4:40 PM IST