बदल गई है शनि की चाल, गीता पाठ से होगा समस्या समाधान - shani margi
जो व्यक्ति परमात्मा को सर्वत्र तथा प्रत्येक जीव में समान रूप से देखता है, वह अपने मन के द्वारा अपने आपको भ्रष्ट नहीं करता. इस प्रकार वह दिव्य गन्तव्य को प्राप्त करता है. जो मन को परमात्मा में एकाग्र करते हैं और श्रद्धा पूर्वक पूजा करने में लगे रहते हैं, वे परम सिद्ध माने जाते हैं. जो नष्ट होते हुए सम्पूर्ण प्राणियों में परमात्मा को नाशरहित और समरूप से स्थित देखता है, वही वास्तव में सही देखता है. जिससे किसी को कष्ट नहीं पहुंचता तथा जो अन्य किसी के द्वारा विचलित नहीं किया जाता, जो सुख-दुख में, भय तथा चिन्ता में समभाव रहता है, वह ईश्वर को अत्यंत प्रिय है. जो इन्द्रियों की अनुभूति के परे है वे समस्त लोगों के कल्याण में संलग्न रहकर अंततः परमात्मा को प्राप्त करते हैं. Geeta Quotes. Geeta Sar. Motivational quotes .
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:31 PM IST