महात्मा गांधी के विचाराें से प्रेरित हाेकर आजादी की लड़ाई से जुड़े हबीब नज़र, देखें वीडियाे - आजादी की लड़ाई
मध्य प्रदेश की राजधानी भाेपाल के रहने वाले 95 वर्षीय मुजाहिद आज़ादी हबीब नज़र (Mujahid Azadi Habib Nazar) ने ईटीवी भारत के साथ एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि जब वह महज 12 साल के थे, तभी से वह देश में चल रहे स्वतंत्रता संग्राम और महात्मा गांधी के विचाराें से बेहद प्रभावित थे. उन्हाेंने बताया कि अखबार के माध्यम से उस वक्त गांधी जी की बातें युवाओं तक पहुंचती थी. गांधीजी से प्रभावित हाेकर भोपाल के 10 से 15 लड़के स्वतंत्रता आंदाेलन में याेगदान देने के लिए तैयार हो गए इनमें वे भी शामिल थे. वे यहां से 75 किलोमीटर दूर होशंगाबाद में अंग्रेजों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करने लगे. इसके बाद ब्रिटिश पुलिस ने उन पर लाठियां बरसाईं, जिसके जवाब में हबीब नज़र और उनके साथियों ने उन पर पथराव किया. हबीब नज़र ने कहा कि उस समय हमारे पास कोई हथियार नहीं था इसलिए हम अंग्रेजों और उनकी पुलिस पर पत्थर फेंकते थे. उन्हाेंने सभी जाति संप्रदायाें से मिल-जुल कर रहने की अपील की.