असम बागजान आग मामला : गैस रिसाव से पर्यावरण को खतरा - डिब्रू सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान
असम में तिनसुकिया जिले के बागजान में ओआईएल के गैस कुएं से गैस रिसाव और इसके बाद आग लगने की घटना के चलते आसपास के लोग अपने घरों को छोड़कर अन्यत्र जाने पर मजबूर हो गए थे. एक स्थानीय बाशिंदे ने बताया कि प्रदूषण की वजह से पूरा क्षेत्र तेल से भर गया. 330 प्रकार के प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए पर्यटक यहां आते हैं. बील में विभिन्न प्रजातियों की स्थानीय मछलियां पाई जाती हैं. विस्फोट के बाद तेल बील में बह गया, जिसके कारण पानी की जैव विविधता खत्म हो गई है. कई पक्षी, मछलियां, डॉल्फिन अन्य स्थानों पर चले गए हैं. डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान में रहने वाले जानवर और पक्षी भी प्रभावित हुए है. गैस रिसाव की घटना से न सिर्फ आसपास के पर्यावरण को क्षति पहुंची है बल्कि यहां से गुजरने वाली डिब्रू नदी व लोहित नदी का पानी पूरी तरह प्रदूषित हो गया है. गैस के जलने से यहां से 500 मीटर दूर स्थित पक्षी घर पर भी इसका असर पड़ा है. नदी के पानी में पेट्रोल मिलने से यहां की मछलियां और डॉलफिन भी मरी हुई मिल रही हैं.