भारत का फार्मास्युटिकल उद्योग में तीसरा स्थान है लेकिन दुनिया में चीन का दबदबा कायम है. इसका बड़ा कारण है चीन पर भारत की निर्भरता. चीन से भारत कई चीजों का आयात करता है उनमें केमिकल भी है. API यानी एक्टिव फार्मास्युटिकल्स इनग्रेडिएंट्स के लिए भी चीन पर भारत निर्भर है. यह दवा बनाने का कच्चा माल होता है. इसके बिना दवाइयां नहीं बनायी जा सकती हैं. भारत और चीन के बिगड़ते संबंध से भी हमेशा इस बात का डर लगा रहता है कि पता नहीं कब चीन आयात रोक दे और भारत भारी मुसीबत में आ जाए. ऐसे में अब नए भारत को दवा बनाने के लिए चीन की ओर देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी. भारत में तीन जगहों पर बल्क ड्रग पार्क बनाने की योजना है. गुजरात, हिमाचल प्रदेश और हैदराबाद में बल्क ड्रग पार्क के बन जाने के साथ ही चीन पर भारत की निर्भरता खत्म हो जाएगी. इससे चीन खासा नाराज और परेशान है. क्योंकि भारत पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुका है. चीन दूसरे भी देशों को एपीआई का निर्यात करता है. अगर भारत में ही दवा का कच्चा माल बनता है तो भारत आत्मनिर्भर तो बनेगा ही, अपनी अलग सशक्त पहचान भी बनाने में कामयाब होगा और चीन को कड़ी टक्कर का भी सामना करना पड़ेगा.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:29 PM IST