बैलगाड़ी पर विदा हुई दुल्हन, कई किलोमीटर पैदल चले बाराती - आदिवासी इलाके में परिवहन सुविधा नहीं
आधुनिक तकनीक के युग में भी आदिवासियों को सड़क व परिवहन सुविधा न होने के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. कई इलाकों में न तो सड़क बनी है और न ही बस की सुविधा है. मजबूरन आज भी यहां बारात और विदाई बैलगाड़ी या अन्य छोटे वाहन पर होती है. ऐसा ही एक मामला सामने आया आदिलाबाद जिले की वनवत पंचायत के गांव मांगली में, जहां दुल्हन बैलगाड़ी पर विदा हुई. दुल्हन बैलगाड़ी पर थी और परिजन और शादी में आए लोग पैदल चल रहे थे. मांगली गांव में 30 आदिवासी परिवार रहते हैं, जिनके सदस्यों की संख्या करीब 100 है. वधू परिवार व परिजन टेंपो वाहन से वनवत पहुंचे. उन्हें मंगली गांव पहुंचने के लिए 4 किमी और चलना पड़ा. फिर दूल्हे पक्ष ने दुल्हन के लिए एक बैलगाड़ी की व्यवस्था की. 45 डिग्री तापमान में लोग पैदल भी चले.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:23 PM IST