बिस्सू पर्व की रौनक, इस 'खास' फूल से की जाती है पूजा
उत्तराखंड का जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर अपनी अलग पौराणिक संस्कृति के लिए जाना जाता है. यहां बिस्सू पर्व काफी धूमधाम से मनाया जाता है. चालदा महासू मंदिर समाल्टा में भी ग्रामीणों ने हाथों में खुशहाली के प्रतीक बुरांश के फूल की लालिमा बिखेर बिस्सू यानी फुलियात की रौनक बढ़ाई. लोग ढोल दमाऊं की थाप और लोकगीतों पर थिरकते नजर आए. जानिए क्या है बिस्सू पर्व की खासियत...
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:22 PM IST