तीन तलाक को आपराधिक कानून में शामिल करना पूरी तरह गलत: मौलाना रहमानी
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि तीन तलाक पर कानून बनाने से समाज पर गलत प्रभाव पड़ा है. तीन तलाक को आपराधिक कानून में शामिल कर दिया गया, जबकि तलाक का इससे कोई संबंध नहीं है. कानून के डर से पुरुष महिलाओं को तलाक नहीं दे रहे हैं, यही कारण है कि तीन तलाक की संख्या में कमी आई है जबकि 'खुला' (इस्लाम धर्म में तलाक की एक प्रक्रिया है) की संख्या में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि ज्यादातर महिलाएं तलाक लेना चाहती हैं, लेकिन तीन तलाक के डर के कारण अलग नहीं हो पा रही हैं, इसलिए आपसी सहमति से अलग हो रही हैं.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:33 PM IST