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सेहत के साथ सामुदायिक सौहार्द को भी बेहतर करती है रनिंग: वर्ल्ड रन डे

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 4, 2023, 11:56 PM IST

हर उम्र के लोगों को ना सिर्फ सेहत के लिए बल्कि सामाजिक सौहार्द बढ़ाने के लिए दौड़ने के फ़ायदों से रूबरू कराने तथा उन्हे दौड़ने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से 5 नवंबर को वर्ल्ड रन डे/ विश्व दौड़ दिवस मनाया जा रहा  है. World Run Day 2023, Bill McDermott, World Run Day History.

World Run Day 2023
विश्व दौड़ दिवस 2023

हैदराबाद : दौड़ने को दुनिया भर के जानकार तथा चिकित्सक सबसे अच्छे व्यायामों में से एक मानते हैं. उनके अनुसार दौड़ने या रनिंग के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए काफी फायदे होते हैं. लेकिन सामूहिक रूप से दौड़ना सेहत के साथ सामुदायिक सौहार्द तथा मानवीयता को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है.

विश्व दौड़ दिवस

विश्व दौड़ दिवस 2023
दुनिया भर के कस्बों, शहरों और देशों में दौड़ के खेल का जश्न मनाने के साथ ही लोगों को दौड़ने के स्वास्थ्य लाभों के बारें में बताने व उन्हे दौड़ने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से वर्ष 1999 में न्यूयॉर्क के लॉन्ग बीच के प्रतिस्पर्धी धावक बिल मैकडरमोट ने विश्व दौड़ दिवस की शुरुआत की थी. जिसके बाद से दुनिया के कई देशों में नवंबर माह में यह दिवस मनाया जाता है.इस बार यह 5 नवंबर को मनाया जा रहा है.

विश्व दौड़ दिवस

विश्व दौड़ दिवस की एक खासियत "वर्चुअल रन श्रृंखला " हैं. जिसके माध्यम से दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले लोग इस आयोजन के साथ जुड़ सकते हैं तथा अपने-अपने स्थान पर इस आयोजन का हिस्सा बन सकते हैं.

जनता को दौड़ने के फ़ायदों के बारें में शिक्षित व जागरूक करने तथा उन्हे दौड़ने के लिए प्रेरित करने के अलावा कुछ अन्य उद्देश्य भी है जो इस आयोजन की प्रासंगिकता को बढ़ा देते हैं. इस अवसर पर अलग-अलग मुद्दों व समस्याओं के लिए दौड़ के माध्यम से वित्तीय सहायता जुटाने के लिए अभियान भी आयोजित किए जाते हैं तथा धावकों को सेहत व समाज की बेहतरी से जुड़े मुद्दों को लेकर दान देने के लिए प्रेरित भी किया जाता है. इस अवसर पर आयोजित विभिन्न गतिविधियों व कार्यक्रमों में हर साल दुनिया भर से हजारों धावक भाग लेते हैं.

वर्ल्ड रन डे

दौड़ने के फायदे -क्या कहते हैं शोध

  • सिर्फ जानकार ही नही कहते बल्कि दुनिया भर में आयोजित कई शोधों व रिसर्च की रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि दौड़ना एक आदर्श व्यायाम है तथा बीमारियों से बचाने के साथ ही सेहत को इसके नियमित अभ्यास से कई फायदे मिलते हैं.
  • मेलबोर्न की विक्टोरिया यूनिवर्सिटी तथा यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी के एक शोध में 2.32 लाख प्रतिभागियों पर हुए एक अध्ययन में कहा गया था कि रनिंग करने वाले लोगों में रनिंग ना करने वाले लोगों के मुकाबले विभिन्न बीमारियों से होने वाली मृत्यु का जोखिम महिलाओं व पुरुषों दोनों में लगभग 27% तक कम हो जाता है. शोध में कहा गया है कि हर प्रकार की रनिंग करने वालों में दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का जोखिम 30% तक तथा कैंसर संबंधित बीमारियों का जोखिम 23% तक कम हो जाता है.
  • यूनाइटेड किंगडम की एक्सेटर यूनिवर्सिटी तथा लिसेस्टर यूनिवर्सिटी के एक शोध में कहा गया था कि दौड़ने से हड्डियों में मजबूती आती है तथा ऑस्टियोपोरिसिस जैसी बीमारियों का जोखिम कम होता है.
  • कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के शोध में कहा गया था कि एक हफ्ते तक लगातार 20 मिनट तक दौड़ने से हजारों नई ब्रेन सेल्स बनती हैं तथा याददाश्त तेज होती है. वहीं हाल ही में हुए तथा जर्नल ऑफ अफेक्टिव डिसऑर्डर में प्रकाशित हुए एक अध्ययन में कहा गया था कि दवाओं के उपयोग करने के तुलना में नियमित रूप से दौड़ना स्वास्थ्य के लिए ज्यादा लाभ प्रदान कर सकता है.
  • यही नहीं दुनिया के कई हिस्सों में हुए अलग-अलग शोधों में अध्ययन तथा रिसर्च में रनिंग के बहुत से फ़ायदों का उल्लेख किया जाता रहा है. जिनकी पुष्टि चिकित्सक भी करते हैं.
    विश्व दौड़ दिवस

क्या कहते हैं जानकार
इंदौर के फिजियोथेरेपिस्ट डॉ अंशुल जैन बताते हैं कि ना सिर्फ व्यायाम या खेल के तौर पर दौड़ने को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से बल्कि नियमित रूप से जागिंग करने से भी कई रोगों व कोमोरबीटी का जोखिम कम हो जाता है. इसके अलावा इससे हमारी हड्डियों तथा मांसपेशियों का स्वास्थ्य भी काफी बेहतर हो सकता है.

वह बताते हैं कि रनिंग को रेजिस्टेंस ट्रेनिंग में यानी शरीर की क्षमता को बढ़ाने तथा वजन नियंत्रित रखने या कम करने वाले अभ्यास में शामिल किया जाता है. साथ ही यह मांसपेशियों को टोन करने व उन्हे लचीला तथा स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है, जिससे किसी दुर्घटना या चोट की अवस्था में उनके क्षतिग्रस्त होने की आशंका भी कम हो जाती है. इसके अलावा नियमित रनिंग करने से स्लीप एपनिया या अनिद्रा की समस्या, ओबेसिटी या मोटापे की समस्या, हार्ट डिजिज तथा खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या में तो राहत मिलती हैं, साथ ही दिल, फेफड़ों, हड्डियों व पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में तथा मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी काफी मदद मिलती है.

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