विश्व स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी जागरूकता दिवस : चाहे कामकाजी हो या हाउसवाइफ, ज्यादातर महिलायें पूरे परिवार और अपने काम का तो ध्यान रखती हैं लेकिन अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी लापरवाही दिखती है. ज्यादातर महिलायें आमतौर पर अपनी अस्वस्थता से जुड़े लक्षणों को अनदेखा करती रहती है. खासतौर पर स्त्रीरोगों की बात करें तो ज्यादातर महिलायें जब तक परेशानी बहुत ज्यादा ना बढ़ जाए तब तक चिकित्सक के पास नहीं जाती हैं. स्त्रीरोग से जुड़े कैंसर की बात करें तो यही लापरवाही उनके लिए ज्यादा परेशानियों का कारण बन जाती है क्योंकि शुरुआती लक्षणों की अनदेखी और फिर जांच और इलाज में देरी, समस्या की गंभीरता को ज्यादा बढ़ा देती है जो कई बार जानलेवा भी हो सकती है.
महिलाओं में अपने स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहने, स्त्रीरोगों से जुड़े कैंसर के लक्षण नजर आने पर उनकी सही जांच व इलाज के लिए प्रेरित करने तथा नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से हर साल 20 सितंबर को विश्व स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी जागरूकता दिवस (World Gynecologic Oncology Day / World GO Day) मनाया जाता है.
क्यों है जरूरी
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के पब मेड सेंट्रल में स्त्री रोगों से जुड़े कैंसर को लेकर एकत्रित आंकड़ों में कहा गया है कि महिलाओं में स्त्री रोग संबंधी कैंसर बहुत आम होता है. उक्त रिपोर्ट के अनुसार यदि शुरुआत से लक्षणों को लेकर सचेत रहा जाय तो कुछ जटिल कैंसर को छोड़ कर ज्यादातर में सही समय पर इलाज से रोग में राहत मिल सकती है. लेकिन ज्यादातर महिलाएं जागरूकता की कमी, लक्षणों की अनदेखी, अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज करने की आदत तथा कई अन्य कारणों से सही समय पर रोगों की जांच व इलाज में देरी कर देते हैं जिसके कई बार गंभीर परिणाम भी देखने में आ जाते हैं.