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World Arthritis Day : 2050 तक एक अरब लोग हो सकते हैं गठिया के शिकार, जानें क्या हैं लक्ष्ण

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 12, 2023, 12:00 AM IST

Updated : Oct 12, 2023, 1:05 PM IST

कई कारणों से बुजुर्गों में गठिया की बीमारी (Arthritis Problem) लगातार बढ़ रही है. मेडिकल साइंस के अनुसार इस बीमारी को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है. लिहाजा, इससे बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है. गठिया की समस्या के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल विश्व गठिया दिवस (World Arthritis Day) मनाया जाता है. इस साल का थीम 'ज्वाइंट हेल्थ फोर ऑल' (Joint Health for All) रखा गया है. पढ़ें पूरी खबर.. how to cure arthritis, no medicine to arthritis

World Arthritis Day
विश्व गठिया दिवस

हैदराबाद : गठिया के लक्षणों, कारण, निवारक उपायों सहित अन्य पहलुओं के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए हर साल 12 अक्टूबर को वैश्विक स्तर पर विश्व गठिया दिवस मनाया जाता है. मेडिकल के टर्म में गठिया को Rheumatic And Musculoskeletal Diseases-RMDs कहा जाता है. इस दिन दुनिया भर में मेडिकल एक्सपर्ट, सामाजिक संगठन, शिक्षाविद इस बारे में बात करते हैं. आरएमडी से प्रभावित लोगों के लिए बेहतर सहायता और उपचार के विकल्प के बारे में बताया जाता है.

विश्व गठिया दिवस 2023 के लिए थीम 'ज्वाइंट हेल्थ फोर ऑल' (Joint Health for All) रखा गया है. इसका उद्देश्य ज्वाइंट से संबंधित रोगों से बचाव और बेहतर इलाज की सुविधा ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिल सके.

विश्व गठिया दिवस 2023: इतिहास
आज के समय में लाखों की संख्या में लोग लाइलाज गठिया की समस्या से पीड़ित हैं. इस समस्या के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल विश्व गठिया दिवस मनाया जाता है. गठिया मरीजों से जुड़े संगठन Arthritis and Rheumatism International (ARI) की ओर से 1996 में गठिया के बारे में वैश्विक अभियान की शुरुआत की शुरुआत की गई थी. इसके बाद से हर विश्व गठिया दिवस मनाया जाता है.

गठिया के कारण स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव

  1. गठिया होने ये बदलाव दिख सकते हैं.
  2. आंखों में सूखापन लगना, दर्द, सूजन, लालिमा, ठीक से देखने में परेशानी होना.
  3. मुंह के भीतर सूखापन, मसूड़ों में सूजन, संक्रमण या जलन महसूस होना.
  4. त्वचा पर भी असर दिखता है. हड्डी वाले क्षेत्रों पर त्वचा के नीचे छोटी गांठें उभर आती हैं.
  5. गठिया के कारण फेफड़ों पर असर पड़ता है. सूजन और घाव के कारण सांस लेने में दिक्कत आती है.
  6. आरबीसी (लाल रक्त कोशिका) की संख्या कम होने के कारण खून की कमी सहित कई समस्या आ जाती है.
  7. गठिया में जोड़ो में दर्द आम बात है. इससे पीड़ित व्यक्ति को व्यायाम करने में परेशानी के साथ-साथ चलने फिरने में भी परेशानी होती है.
  8. गठिया पीड़ित व्यक्ति में हाई कोलेस्ट्रॉल, सुगर, हर्ट प्रोब्लम, हाई बीबी, वजन बढ़ने सहित अन्य समस्याएं होने की संभावनाएं होती हैं.

गठिया रोग संबंधित कुछ अहम जानकारियां

  • गठिया का कोई इलाज मेडिकल साइंस में नहीं है, लेकिन चिकित्सकों की सलाह पर उचित देखभाल व उपचार से गठिया से प्रभाव को बढ़ने से रोका जा सकता है.
  • 2016-2018 में 58.5 मिलियन लोग (23.7%) गठिया से पीड़ित थे. विशेषज्ञों के अनुसार 2040 तक 18 साल और उससे अधिक उम्र के अनुमानित 78.4 मिलियन लोग (अनुमानित का 25.9 कुल वयस्क आबादी) इससे पीड़ित होंगे.
  • अनुमान के मुताबिक साल 2050 तक लगभग 1 अरब लोग गठिया (Osteoarthritis) से पीड़ित होंगे.
  • गठिया के कारण सबसे ज्यादा प्रभाव घुटने और हाथ पर होता है. अनुमान के मुताबिक 2050 तक गठिया की समस्या घुटनों में 75 फीसदी, हाथों में 50 फीसदी तक बढ़ सकता है.
  • गठिया पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक प्रभावित करता है.
  • गठिया में मोटापा का मुख्य योगदान माना जाता है. 2020 में गठिया के कारण हुए कुल दिव्यांगों में 20 फीसदी लोग मोटापे के शिकार थे.
  • उम्र के साथ गठिया की समस्या बढ़ जाती है. 70 प्लस उम्र वालों के लिए यह स्थिति वैश्विक स्तर पर सातवें स्थान पर है, जो वर्षों से विकलांगता के साथ (Years Lived With Disability-YLDs) रह रहे हैं.

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Last Updated : Oct 12, 2023, 1:05 PM IST

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