विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण व वैक्सीन निमार्ताओं ने सदस्य देशों में कोविड-19 वैक्सीन रोलआउट पर तेजी से नजर रखने पर चर्चा की. डब्ल्यूएचओ की दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, 'वैक्सीन निर्माण और विनियामक क्षेत्रों (रेग्युलेटरी सेक्टर्स) की टीकों की कुशल तैनाती में महत्वपूर्ण भूमिका है.'
कोविड-19 वैक्सीन तैनाती के लिए क्षेत्र में राष्ट्रीय कार्यक्रमों, वैक्सीन उत्पादकों और नियामकों के बीच सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से बैठक ने वैक्सीन पंजीकरण, परिनियोजन और विनियमन के लिए बातचीत और अनुभव साझा करने के लिए एक मंच प्रदान किया.
सिंह के अनुसार, इस क्षेत्र के सभी देश अब कोविड-19 के लिए राष्ट्रीय तैनाती और टीकाकरण योजनाओं को विकसित और अंतिम रूप दे रहे हैं, जिनमें से नियामक तैयारियां एक मुख्य घटक है.
सिंह ने कहा, 'टीके के अनुमोदन के लिए शीघ्र नियामक मार्ग स्थापित करना और विनियामक मार्ग को वैक्सीन के रूप में विकसित करना और अनुमोदन के लिए दायर करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण पूर्ण लाइसेंस प्राप्त करना पसंद करेगा.'
उन्होंने कहा, 'जबकि वैक्सीन लाइसेंस प्रणाली को संशोधित करने की आवश्यकता हो सकती है. मानक परिचालन प्रक्रियाओं और आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण के लिए निर्धारित समयसीमा महत्वपूर्ण होगी.' क्षेत्रीय निदेशक ने प्रभावी समन्वय, सहयोग और सूचना-साझाकरण पर जोर दिया.