बेंगलुरु: रोबोटिक सर्जरी के लिए केएस इंटरनेशनल इनोवेशन अवार्ड्स 2023 की दौड़ में शीर्ष दस में तीन भारतीय रोबोटिक सर्जन शामिल हैं. शीर्ष 10 की सूची 14 देशों के सर्जनों की 140 से अधिक प्रविष्टियों से आई. इन्होंने मूत्रविज्ञान, स्त्री रोग, गैस्ट्रो-आंत्र, अंग प्रत्यारोपण और सिर और गर्दन की विशिष्टताओं में प्रक्रियाओं में शीर्ष स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा की. भारत से तीन सर्जन में डॉ. सोमशेखर एसपी, एस्टर हॉस्पिटल्स, बेंगलुरु; डॉ. संदीप नायक, फोर्टिस कैंसर इंस्टीट्यूट, बेंगलुरु और डॉ. आदित्य कुलकर्णी, रूबी हॉल क्लिनिक, पुणे शीर्ष दस में शामिल हैं.
आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. सुहास मासिलामणि, सनशाइन बोन एंड ज्वाइंट इंस्टीट्यूट और केआईएमएस-सनशाइन हॉस्पिटल, हैदराबाद ने रोबोट की सहायता से घुटने के प्रत्यारोपण पर लोगों की पसंद का पुरस्कार जीता. अमेरिका स्थित वट्टीकुटी फाउंडेशन ने 6-8 अक्टूबर तक बेल्जियम में अपनी वार्षिक Robotic Surgery संगोष्ठी की मेजबानी के लिए बेल्जियम स्थित ओरसी अकादमी के साथ साझेदारी की.
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ डॉ. शेरी एम व्रेन और जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के डॉ. अहमद गाजी के साथ वार्षिक संगोष्ठी की शुरुआत हुई, इसमें एशिया, यूरोप और अमेरिका के सर्जनों से सर्जिकल नवाचार में नए दृष्टिकोण अपनाने और सिमुलेशन का उपयोग करने का आग्रह किया गया. ब्रुसेल्स के उत्तर-पश्चिम में एक बंदरगाह शहर गेन्ट के ओर्सी परिसर में वट्टीकुटी फाउंडेशन के संस्थापक राज वट्टीकुटी ने कहा, "रोबोटिक सर्जन प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित कर, वट्टीकुटी फाउंडेशन ने मरीजों के स्वास्थ्य को पुनर्जीवित करने में नवीन प्रौद्योगिकी की परिवर्तनकारी शक्ति को साबित कर दिया है." वार्षिक प्रतियोगिता कृष्णास्वामी सुब्रमण्यम की स्मृति में आयोजित की जाती है जिन्हें "केएस" के नाम से याद किया जाता है.