मध्यप्रदेश में आयुर्वेद को आम आदमी की सेहत को दुरुस्त रखने का जरिया बनाए जाने का सरकारी स्तर पर प्रयास जारी है. इसी क्रम में राज्य में 'वैद्य आपके (मरीज के) द्वार' योजना बनाई जा रही है. इस योजना में आयुर्वेदिक चिकित्सक लोगों के घर-घर जाकर उनका आयुर्वेद के जरिए ना केवल उपचार करेंगे, बल्कि उन्हें आहार-विहार से लेकर औषधीय पौधों के प्रति जागरूक करने का काम करेंगे. ज्ञात हो कि कोरोना काल में आयुर्वेद को आमजन के बीच बड़ी पहचान मिली है. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के अलावा इस गंभीर बीमारी से दूर रखने के प्रयास कारगर हुए है. सरकार की ओर से लोगों को एक तरफ जहां काढ़ा वितरित किया गया, वहीं प्राणायाम आदि की सलाह दी गई.
राज्य सरकार का आयुष विभाग अब लोगों के बीच आयुर्वेद को नई पहचान दिलाने के लिए 'वैद्य आपके (मरीज के) द्वार' योजना शुरू करने जा रहा है. आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर कावरे ने बताया कि आयुष विभाग 'वैद्य आपके (मरीज के) द्वार' योजना पर तेजी से काम कर रहा है. बहुत जल्द ही यह योजना लागू होगी और मरीजों को उनके घर पहुंचकर आयुर्वेद पद्धति से उपचार की सेवा दी जाएगी.