यह बात सभी जानते हैं कि कोरोना संक्रमण का सटीक और स्थाई उपचार मौजूद नहीं है ऐसे में मरीजों के शरीर की अवस्था तथा उनके विभिन्न अंगों पर संक्रमण के प्रभाव के आधार पर ही चिकित्सक उनका इलाज करते हैं। कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर से ही ह्रदयरोगियों को इस संक्रमण के लिहाज से काफी संवेदनशील माना जाता है। सिर्फ संक्रमण होने की आशंका के चलते ही नही बल्कि संक्रमण के दौरान या उसके उपरांत बड़ी संख्या में ह्रदयरोगियों के शरीर पर कोरोना के गंभीर असर नजर आते हैं । इसलिए बहुत जरूरी है की विशेषकर ह्रदयरोगियों में संक्रमण की जांच के दौरान सभी जरूरी टेस्ट करवाए जाएं। यह टेस्ट मरीजों की स्थिति जानने तथा उनके सही इलाज में मुख्य भूमिका निभाते हैं।
कोरोना संक्रमण की जांच के लिए कराए जाने वाले विभिन्न टेस्ट तथा संक्रमण के दौरान इलाज के विभिन्न स्तरों के बारे में ज्यादा जानकारी लेने के लिए ETV भारत सुखीभवा ने कार्डियोलॉजिस्ट डॉ महेंद्र कारे से बात की ।
कौन से टेस्ट जरूरी
डॉ महेंद्र कारे बताते हैं की आमतौर पर कोरोना संक्रमण के चलते लोगों को विभिन्न प्रकार की जांच और टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। दरअसल संक्रमण की जांच के लिए कराए जाने वाले अधिकांश टेस्ट शरीर के मुख्य अंगों जैसे हृदय और फेफड़ों पर संक्रमण के असर के बारे में जानने के लिए किए जाते हैं। जैसे शरीर में निमोनिया की जांच के लिए चिकित्सक सीटी स्कैंस की सलाह देते हैं क्योंकि यह फेफड़ों की स्तिथि के बारें में बताता है। इसी प्रकार कुछ अन्य स्कैंस भी होते हैं जो न सिर्फ कोरोना बल्कि सभी प्रकार के संक्रमण तथा रोगों की अवस्था में ह्रदय और फेफड़ों में समस्या के स्तर और उसकी गंभीरता के बारे में बताते हैं। यह टेस्ट निम्नलिखित है
- ईसीजी
- इ.सी.एच.ओ
- एडवांस इ.सी.एच.ओ
डॉ महेंद्र बताते हैं की कोरोना के गंभीर मामलों में आमतौर पर “प्रो- बी.एन.पी एडवांस रक्त जांच” की भी सलाह दी जाती है। वहीं संक्रमण के चलते छाती में दर्द होने पर यदि ईसीजी टेस्ट में समस्या के कारणों की स्पष्ट जानकारी नही मिलती है तो ऐसे में चिकित्सक हृदय एंजाइम की जांच के लिए ट्रोपोनींन टेस्ट करवाने की सलाह देते है।
रिकवरी का समय
डॉ महेंद्र बताते हैं की संक्रमण का पूरा इलाज करवा चुके लोग आमतौर पर सवाल पूछते हैं की उनकी रिकवरी कितनी अवधि में हो जाएगी। दरअसल किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य की रिकवरी उसके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर निर्भर करती है।