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World Unani Day एक भारतीय की याद में मनाया जाता है, शरीरिक स्वास्थ्य के लिए इन चार तत्त्वों का संतुलन है जरूरी

वैश्विक स्तर पर आम जन में ना सिर्फ रोगों के इलाज में बल्कि शरीर को स्वस्थ तथा निरोगी बनाए रखने में Unani medicine system ( यूनानी चिकित्सा पद्धति ) की उपयोगिता को लेकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 11 फरवरी को विश्व यूनानी दिवस मनाया जाता है. Unani Medicine for Public Health . World Unani Day 2023 .

World Unani Day 2023 theme Unani Medicine for Public Healt
विश्व यूनानी दिवस 11 फरवरी

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Published : Feb 11, 2023, 12:37 AM IST

आमतौर पर किसी भी रोग या समस्या के लिए लोग एलोपैथिक उपचार की तरफ जाते हैं, लेकिन एलोपैथिक के अलावा और भी कई अन्य प्रकार की वैकल्पिक चिकित्सा व उपचार पद्धतियां हैं , जो अलग-अलग प्रकार की समस्याओं के उपचार में काफी सफल रहती हैं. जैसे आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और यूनानी आदि. इनमें से यूनानी चिकित्सा एक ऐसी पद्धति हैं जिसका पालन कई देशों में किया जाता है. लेकिन एक सफल वैकल्पिक उपचार पद्धती होने के बावजूद यह वैश्विक स्तर पर अपेक्षाकृत कम प्रचलित है. क्योंकि लोगों में इसे लेकर ज्यादा जागरूकता नहीं है.

वैश्विक स्वास्थ्य सेवा में यूनानी चिकित्सा की उपयोगिता और क्षमता को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल विश्व यूनानी दिवस 11 फरवरी को मनाया जाता है. इस वर्ष यह दिवस Unani Medicine for Public Health ( यूनानी मेडिसिन फॉर पब्लिक हेल्थ थीम ) पर मनाया जा रहा है. World Unani Day भारत के यूनानी हकीम अजमल खान ( Unani Hakim Ajmal Khan ) को श्रद्धांजलि देने के लिए भी मनाया जाता है, जिन्होंने यूनानी प्रणाली को पुनर्जीवित और लोकप्रिय बनाने के लिए काफी कार्य किया था. जिनका जन्मदिन 11 फरवरी को मनाया जाता है.

विश्व यूनानी दिवस का इतिहास व उद्देश्य
World Unani Day का मुख्य उद्देश्य विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों के बीच यूनानी चिकित्सा पद्धति की उपयोगिता के बारे में जागरूकता फैलाना है तथा इसके माध्यम से लोगों को स्वस्थ जीवन जीने में मदद करना है. गौरतलब है कि Unani medicine system को एक वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति की श्रेणी में रखा जाता है तथा इसकी उत्पत्ति सबसे पहले प्राचीन ग्रीस में हुई थी. यूनानी चिकित्सा प्रणाली हिप्पोक्रेट्स ( Hippocrates ) और उसके अनुयायियों द्वारा चलाई गई थी, लेकिन 1868 में भारत में जन्मे Unani Hakim Ajmal Khan ने भारत में यूनानी चिकित्सा के विकास और विस्तार के लिए काफी प्रयास किये थे तथा यूनानी चिकित्सा को एक पहचान दिलाई थी. वर्तमान में भारत, पाकिस्तान, पर्शिया और साउथ अफ्रीका व इंग्लैंड सहित कई देशों में इस उपचार प्रणाली का इस्तेमाल किया जा रहा है.

गौरतलब है कि पहला विश्व यूनानी दिवस वर्ष 2017 में हैदराबाद के केंद्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान ( CRIUM ) में मनाया गया था. इस दिवस को मनाए जाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा 11 फरवरी का चयन हकीम अजमल खान को श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया था. Hakim Ajmal Khan समाज सुधारक होने के साथ-साथ, आध्यात्मिक उपचारक, हर्बलिस्ट तथा प्रतिष्ठित यूनानी चिकित्सक थे. उन्होंने यूनानी चिकित्सा को लेकर आमजन को जागरूक करने के लिए काफी प्रयास किए थे.

Hakim Ajmal Khan ने दिल्ली में सेंट्रल कॉलेज, तिब्बिया कॉलेज और हिंदुस्तानी दवा खाना भी ( Central College, Tibbia College and Hindustani Dawa Khana ) बनवाया था. हकीम अजमल खान Jamia Millia Islamia University के संस्थापकों में से एक भी थे. ज्ञात हो कि हर साल World Unani Day के अवसर पर Central Council for Research in Unani Medicine , AYUSH Ministry ( केंद्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद, आयुष मंत्रालय ) द्वारा यूनानी चिकित्सा पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन भी आयोजित किया जाता है.

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