घर के अंदर रोशनी के लिए और बदबू को बाहर भगाने के लिए खिड़की खोलनी पड़ती है और जब तेज़ बारिश की बौछार घर के अंदर आने लगती है तो फिर खिड़की बंद करने के लिए भागना पड़ता है। ऐसे में आपके मन में यह बात आती होगी की एक ऐसा लेआउट हो जो रोशनी और हवा से भरपूर हो साथ ही मन को प्रसन्न करें ऐसे रंगो से सजा हो।
अपने फर्नीचर को दें नया लुक
नमीं और आद्रता दीमक के लिए बहुत ही अनुकूल वातावरण है जिसमें ये बहुतायत में पनपते हैं, ऐसे में आपके घर के लकड़ी के सामान जैसे सोफे, मेज़, पलंग की देखभाल करना बहु ज़रूरी है। आपके लकड़ी और मेटल के सामान को अगर आप पोलिश करते हैं तो कीड़ा लगने से बचा सकते हैं। लैमिनेटेड पेंट, वार्निश और लाख यानी लैकोरेड की एक परत भी आपके फर्नीचर की उम्र बढ़ा देती है। बनावट वाली लकड़ी की मेजें, हाथ से बुने हुए विकर सीटर या पुराने गढ़ा लोहे के सामान को पेंट के साथ एक नया रूप मिलता है। आप आपके फर्नीचर को गहरे खुशनुमा रंगो से भी पेंट कर सकते हैं जैसे, की कोरल, पीच, गहरा नीऑन। इस तरह से रंगें हुए फर्नीचर के साथ आप अपने घर को एक साफ़ सुथरा लुक दे सकते हैं।
घर की खिड़कियों को पर्दों से ढकें
भारत में मानसून सुकून के साथ क़हर भी बरसाता है| यह वो समय हैं जब आप घर की खड़कियों को बहुत सारी परतों वाले पर्दों से ढक सकतें हैं, चिलमन और आर पार दिखने वाले पर्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं। बादल फटने और बूंदा बांदी सभी अलग-अलग रूपों में लिपटे हुए हैं - जटिल फाइनस्पन ड्रैपर, साफ-लाइन वाले बांस के लाउवर, बुने हुए जूट रोलर्स और रजाईदार पर्दे एक सुन्दर छाप छोड़ देते हैं। अगर आप पारदर्शी या आर-पार दिखने वाले पर्दे लगाते हैं तो आप अंदर बैठ कर वर्षा की फुहारों का आनंद ले सकते हैं, एक रचनात्मक अनुभूति के लिए आप फूल पत्तों के मोटिफ्स, या फिर पैटर्न वाले पर्दे या शेड्स भी लगा सकते हैं।