देश में कोविड-19 से उबरने के बाद भी लोगों में पुन: बीमारी के लक्षण दिखने की खबरें सामने आ रही हैं, ऐसे में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक डॉ. सुजीत कुमार सिंह का कहना है कि उपचार के बाद लक्षण फिर से उभरने के मामले अभी काफी कम सामने आए हैं और इस आधार पर अभी कोई धारणा बनाना ठीक नहीं है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन आने वाले राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ. सिंह से ‘भाषा के पांच सवाल’ और उनके जवाब :-
सवाल : देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले कम नहीं होने के क्या कारण हैं ?
जवाब : देश में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति स्थिर बनी हुई है. समय पर लॉकडाउन का सकारात्मक प्रभाव सामने आया है. लेकिन हमें इस बात पर ध्यान देना होगा कि हमारा देश विस्तृत है और आबादी भी बहुत बड़ी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों और राज्यों के सहयोग से जांच में तेजी आई है और आगे इसे और तेज गति से बढ़ाया जा रहा है.
सवाल : किसी व्यक्ति के शरीर में एंटीबॉडी विकसित होने का अभिप्राय क्या है ?
जवाब : दिल्ली में 27 जून से 5 जुलाई के बीच 21,387 लोगों के रक्त नमूने लेकर एंटीबॉडी की जांच की गई. इनमें 23.48 फीसदी लोगों में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी मिले हैं. एंटीबॉडी की जांच सिर्फ महामारी के प्रबंधन को समझने के लिए जरूरी है. इसका मरीज के उपचार से कोई लेना देना नहीं है.