न्यूयॉर्क: एक नए शोध से यह बात सामने आई है कि त्वचा संबंधी बीमारी एटोपिक डर्मेटाइटिस (एक्जिमा) से इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (पाचन से संबंधित बीमारी) का खतरा बढ़ सकता है. जेएएमए डर्मेटोलॉजी जर्नल में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि एटोपिक डर्मेटाइटिस (त्वचा संबंधी बीमारी) वाले वयस्कों में इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (पाचन से संबंधित बीमारी) विकसित होने का जोखिम 34 प्रतिशत बढ़ जाता है, वहीं बच्चों में यह 44 प्रतिशत बढ़ जाता है.
एटोपिक डर्मेटाइटिस सूजन एक पुरानी बीमारी है, जो त्वचा की सूजन, लालिमा और जलन का कारण बनती है. इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज में अल्सरेटिव कोलाइटिस (अल्सर) और सूजन आंत रोग शामिल हैं, जो पुरानी पाचन तंत्र की सूजन से जुड़े विकार हैं और एटोपिक डर्मेटाइटिस सूजन त्वचा को प्रभावित करती है, दोनों रोग प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा संचालित होते हैं और गंभीर सूजन द्वारा वर्गीकृत होते हैं.
अमेरिका में पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के जोएल एम गेलफैंड ने कहा, "चिकित्सकों के लिए एटोपिक डर्मेटाइटिस के रोगियों की देखभाल के सर्वोत्तम मानक को समझना जरूरी है." उन्होंने कहा कि एटोपिक डर्मेटाइटिस और इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज पुरानी सूजन और त्वचा और आंत बाधा में शिथिलता का कारण बन सकते हैं. विशिष्ट साइटोकिन्स, कुछ प्रकार के प्रोटीन भी होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली की गतिविधि में भूमिका निभाते हैं.