विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में दुनिया भर में युवाओं में कैंसर के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हुई है. चिकित्सक तथा जानकार इस परिस्थिति के लिए लोगों की बेतरतीब जीवनशैली, मोटापे की समस्या और युवाओं में बढ़ती धूम्रपान या नशीले पदार्थों की आदतों को जिम्मेदार मानते है, लेकिन इसके अलावा और भी बहुत से कारण है, जो युवाओं में बढ़ती कैंसर की घटनाओं के लिए जिम्मेदार हो सकते है. युवाओं में बढ़ती कैंसर की घटनाओं के कारणों के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए वरिष्ठ कैंसर सर्जन, विशेषज्ञ तथा इंदौर कैंसर फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. दिग्पाल धारकर, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने तथा कैंसर के अन्य संभावित कारणों को पहचानने और उनकी चिकित्सा के लिए शोध तथा अन्य प्रयास किए जाने पर जोर देते है.
कम आयु के लोगों में बढ़ रहे है कैंसर के मामले
ETV भारत सुखीभवा को जानकारी देते हुए डॉ. धारकर बताते है की कम उम्र के लोगों में बढ़ती कैंसर की घटनाओं के बहुत से कारण है, जिनमें से आसीन जीवनशैली, मोटापा तथा जेनेटिक कारणों से लगभग सभी लोग परिचित है, लेकिन कुछ कारण ऐसे भी है जिनके बारे में अभी भी ज्यादा जानकारी तथा सूचना नहीं है. इन कारणों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए बहुत जरूरी है की ऐसे सर्वे या शोध करवाए जाये जिनमें यह आंकड़े प्राप्त हो सके की वर्तमान में युवाओं में नशीले पदार्थों की खपत कितनी ज्यादा है, कितनी प्रतिशत युवतियां तथा महिलाएं किसी ना किसी कारण से हार्मोन थेरेपी लेती है, कितनी प्रतिशत महिलायें तथा पुरुष मोटापे का शिकार है. इसके अलावा ऐसे अन्य कारणों के बारे में भी जानकारी बहुत जरूरी है. जिनके कारण कैंसर होने की आशंका बढ़ सकती है, जिसके लिए शोध होना बहुत जरूरी है.
जेनेटिक कारण
डॉ. धारकर बताते है कैंसर के कुल मामलों में से लगभग 10 प्रतिशत आनुवंशिक होते है. एक ही परिवार की अलग-अलग पीढ़ियों में या फिर एक ही परिवार में दो या दो से ज्यादा लोगों में कैंसर का कारण ज्यादातर अनुवांशिकता ही होती है. जिनके परिवार में ऐसी स्थिति हो उन्हें पहले से ही अपने स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहना चाहिए. डॉ. धारकर बताते है कैंसर के जेनेटिक कारणों को लेकर पिछले कुछ समय में कई शोध हुए है, जिनके नतीजे बताते है की स्तन, गर्भाशय या अंडाशय तथा बड़ी आंत यानि कोलन कैंसर सहित कैंसर के कुछ प्रकारों का एक कारण आनुवंशिकता हो सकता है.
औसत उम्र का बढ़ना
डॉ. धारकर बताते है की कैंसर के मरीजों की तादाद बढ़ने की एक वजह व्यक्ति की औसत उम्र का बढ़ना भी है. वर्तमान समय में एक आम आदमी की औसत उम्र लगभग 65-70 वर्ष हो गई है. यानि आजकल लोग पहले से ज्यादा जीते हैं, लेकिन ज्यादा उम्र का मतलब यह नहीं है की जीवन जीने की गुणवत्ता अच्छी है, बल्कि वे ज्यादा इसलिए जीते है, क्योंकि चिकित्सा के क्षेत्र में काफी तरक्की हुई है और गंभीर रोगों के इलाज भी संभव है.
लेकिन चाहे प्रदूषण हो, जीवनशैली हो या खराब स्वास्थ्य, आम लोगों में कैंसर जैसे गंभीर रोग होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ गया है. यह कहना गलत नहीं होगा की भले ही लोगों की उम्र बढ़ी हो, लेकिन उनमें बीमारियों का खतरा पहले के मुकाबले काफी ज्यादा बढ़ गया है.