लंदन : शोधकर्ताओं की एक टीम ने मुंह के गंभीर संक्रमण में आमतौर पर पाए जाने वाले बैक्टीरिया की पहचान की है, यह एक ऐसी खोज है जो मुंह के बैक्टीरिया और अन्य बीमारियों के बीच संबंध के बारे में गहरी जानकारी प्रदान करती है. अध्ययन से पता चला कि सबसे आम बैक्टीरिया फर्मिक्यूट्स, बैक्टेरोएडेट्स, प्रोटीनोबैक्टीरिया और एक्टिनोबैक्टीरिया थे, जबकि आम प्रजातियां (जेनेरा) स्ट्रेप्टोकोकस एसपीपी, प्रीवोटेला एसपीपी और स्टैफिलोकोकस एसपीपी थीं.
पिछले अध्ययनों ने मुंह के स्वास्थ्य और कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह और अल्जाइमर रोग जैसी सामान्य बीमारियों के बीच संबंध प्रदर्शित किए हैं. स्वीडन में कारोलिंस्का इंस्टिट्यूट के शोधकर्ताओं ने 2010 और 2020 के बीच स्वीडन के करोलिंस्का यूनिवर्सिटी अस्पताल में गंभीर मौखिक संक्रमण वाले रोगियों से एकत्र किए गए नमूनों का विश्लेषण किया और आम बैक्टीरिया की सूची तैयार की.
हानिकारक ओरल बैक्टीरिया की पहचान करोलिंस्का इंस्टिट्यूट में डेंटल मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर सैलबर्ग चेन कहते हैं कि हम पहली बार स्टॉकहोम काउंटी में दस साल की अवधि में एकत्र किए गए नमूनों से जीवाणु संक्रमण की माइक्रोबियल संरचना की रिपोर्ट कर रहे हैं. जर्नल माइक्रोबायोलॉजी स्पेक्ट्रम में प्रकाशित अध्ययन में उन्होंने कहा, परिणाम बताते हैं कि प्रणालीगत बीमारियों के लिंक के साथ कई जीवाणु संक्रमण लगातार मौजूद हैं और कुछ पिछले एक दशक में स्टॉकहोम में भी बढ़ गए हैं.
चेन ने कहा, हमारे परिणाम मुख के संक्रमणों में विविधता और हानिकारक सूक्ष्मजीवों के प्रसार में नई अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं. शोधकर्ता ने बताया कि अगर एक निश्चित जीवाणु मुंह में संक्रमण करता है और नुकसान पहुंचाता है, तो यह बहुत संभावना है कि यह शरीर में कहीं और टिसूज के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि यह संक्रमण फैलाने के लिए जिम्मेदार होता है.
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