देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के अब तक के सबसे ज्यादा 69 हजार 652 नए मामले दर्ज हुए हैं. देश में लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के कारण फिलहाल दोबारा स्कूल खोले जाना मुश्किल है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय स्पष्ट कर चुका है कि छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित किए बिना स्कूल नहीं खोले जाएंगे. फिलहाल स्कूल खोले जाने की संभावना नहीं है, इसलिए ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने का विकल्प ही जारी रखा गया है.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने स्कूली छात्रों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. यह दिशानिर्देश इंटरनेट के अभाव में भी छात्रों की लर्निग बेहतर करने का काम करेंगे. ये दिशानिर्देश तीन प्रकार की स्थितियों के लिए सुझाए गए हैं. सबसे पहले, जिसमें छात्रों के पास कोई डिजिटल संसाधन नहीं है. दूसरे, जिसमें छात्रों के पास सीमित डिजिटल संसाधन उपलब्ध हैं. अंत में, जिसमें छात्रों के पास ऑनलाइन शिक्षा के लिए डिजिटल संसाधन उपलब्ध हैं.
यानी जहां छात्रों को अभी घर पर ही ऑनलाइन शिक्षा प्रदान की जा रही है, वहां यह तरीका बरकरार रहेगा. जिनके पास ऑनलाइन साधन उपलब्ध नहीं है, उन्हें अन्य वैकल्पिक माध्यमों से शिक्षा प्रदान की जाएगी. ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि फिलहाल स्कूल खुलने की संभावना बेहद कम है.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, 'दिशानिर्देश स्कूल के साथ काम करने वाले समुदाय पर जोर देते हैं, ताकि शिक्षकों और स्वयंसेवकों द्वारा बच्चे अपने दरवाजे पर शिक्षण सामग्री जैसे वर्कबुक, वर्कशीट आदि प्राप्त कर सकें. यह सामुदायिक केंद्र में टेलीविजन स्थापित करने और सामाजिक दूरी मानदंडों को बनाए रखने के द्वारा स्थानीय छात्रों को पढ़ाने का भी सुझाव देता है.'