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इंसानों के स्वास्थ्य के लिए धरती का सेहतमंद होना जरूरी, जानें क्या है One Health Day

हर इंसान अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य को लेकर सजग रहता है, लेकिन सिर्फ इतने मात्र से हम स्वस्थ नहीं रह सकते हैं. इसके लिए जरूरी है कि धरती पर मौजूद पारिस्थिति तंत्र में मौजूद सभी जीव स्वस्थ रहें. साथ ही वन और पर्यावरण दूषित न हो. कई बार जानवरों और पशु-पक्षियों के कारण भी इंसान संक्रमित हो जाता है. इसी को ध्यान में रखकर वन हेल्थ कॉंस्पेट को फोकस किया जा रहा है. पढ़ें पूरी खबर...One Health Day 2023, Day Special Story, One Health Day History.

One Health Day 2023
One Health Day

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 3, 2023, 12:10 AM IST

हैदराबाद :वन हेल्थ या एक स्वास्थ्य का कॉंस्पेट काफी पुराना है. वन हेल्थ का तात्पर्य किसी एक व्यक्ति या परिवार के स्वास्थ्य से नहीं है. इसके अंतर्गत हमारे आसपास की वैसी सभी चीजें शामिल हैं, जो हमारे स्वास्थ्य को किसी भी रूप में प्रभावित करता है. वन हेल्थ में सार्वजिनक स्वास्थ, पशु-पक्षियों का स्वास्थ व हमारे आसपास का पर्यावरण (पेड़-पौधे, जल श्रोत, हवा) संयुक्त रूप से शामिल हैं. इसके बारे में सबों के बीच विस्तृत समझ बनाने और वन हेल्थ के लिए नीति निर्माताओं का ध्यान आकृष्ट करने के उद्देश्य से हर साल 3 नवंबर को वन हेल्थ डे के रूप में मनाया जाता है.

वन हेल्थ डे का थीम हर साल अलग-अलग होता है. 2023 के लिए वन हेल्थ डे का थीम 'एक स्वास्थ्य के लिए एक साथ कार्य करें है'रखा गया है. कोविड के बाद वन हेल्थ की जरूरत बढ़ गई है. इस कारण से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ की चुनौतियों पर लगातार फोकस किया जा रहा है. वन हेल्थ विजन के तहत इससे जुड़े सभी क्षेत्रों में सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है.

वन हेल्थ ज्वाइंट एक्शन प्लान
वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में 4 प्रमुख संगठन मुख्य रूप से काम करते हैं. इन संगठनों ने अक्टूबर 2022 में वन हेल्थ के लिए वन हेल्थ ज्वाइंट एक्शन प्लान (One Health Joint Plan Action) को लॉन्च किया है. हेल्थ ज्वाइंट एक्शन प्लान में संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम, विश्व स्वास्थ्य संगठन और पशु स्वास्थ के लिए अन्तरराष्ट्रीय संगठन की भूमिका महत्वपूर्ण है. संयुक्त प्लान स्वास्थ्य के क्षेत्र में भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए रोड मैप है. इसका उद्देश्य स्वास्थ्य के क्षेत्र में खतरों के बारे में बेहतर पूर्वानुमान, प्रभाव को कम करने या रोकने के लिए रणनीति तैयार करना, क्षेत्रों या देशों की पहचान करना जहां इसका खतरा है.

बता दें कि इससे पहले मई 2021 में इन्हीं चारों संगठनों के साथ मिलकर वन हेल्थ हाई-लेवल एक्सपर्ट पैनल का गठन किय गया था. इनमें संभावित रोगों पर शोध व इनसे बचाव के लिए दीर्धकालिक कार्य योजना तैयार करने का निर्णय लिया गया था. एक्सपर्ट पैनल H5N1 एवियन इन्फ्लूएंजा, एमईआरएस, इबोला, जिका, सीओवीआईडी-19 जैसे रोगों से निपटने पर मुख्य रूप से फोकस कर रहा है. खासकर जूनोटिक रोगों का प्रसार, रोकथाम सहित इससे जुड़े सभी पहलुओं पर एक्सपर्ट पैनल की नजर है. यह वैश्विक स्तर पर इस बारे में गाइल लाइज जारी कर सकता है.

मुख्य जूनोटिक रोग

  • रेबीज
  • साल्मोनेला संक्रमण
  • वेस्ट नाइल वायरस संक्रमण
  • क्यू बुखार (कॉक्सिएला बर्नेटी)
  • बिसहरिया
  • ब्रूसिलोसिस
  • लाइम की बीमारी
  • इबोला

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