पुरुषों में सुडौल तथा कसी हुई देह के साथ चौड़ी छाती, आकर्षक देह का उदाहरण मानी जाती हैं. लेकिन वहीं सामान्य शारीरिक बनावट के साथ पुरुषों के वक्ष अपेक्षाकृत बड़े तथा लटके हुए हों तो ऐसे पुरुष आमतौर पर लोगों की हंसी का पात्र बन जाते हैं.
आमतौर पर इस तरह के वक्षों के लिए लोग ज्यादातर मोटापे या फैट को जिम्मेदार मानते हैं, लेकिन यह एकमात्र कारण नहीं है. गायनेकोमैस्टिया (Gynecomastia) नाम से जानी जाने वाली इस समस्या में पुरुषों के ब्रेस्ट ग्लेन्डूलर टिश्यू (Breast Glandular Tissue) में वृद्धि होने लगती है. जिसके चलते उनके पेक्टरल एरिया (Pectoral Area) यानी छाती में विशेष रूप से वक्षों के आस-पास का हिस्सा बढ़ जाता है. दिल्ली के एंड्रोलॉजिस्ट डॉक्टर जीवन जोशी के अनुसार यह समस्या आसीन जीवन शैली या किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के कारण उत्पन्न हो सकती है.
क्यों होता है गायनेकोमैस्टिया
डॉक्टर जीवन जोशी बताते हैं कि गायनेकोमैस्टिया के लिए ज्यादातर सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोनतथा एस्ट्रोजन के बीच असंतुलन को कारण माना जाता है. वह बताते हैं कि पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरॉन ब्रेस्ट टिश्यू के बढ़ने का कारण होता है वहीं एस्ट्रोजन स्तनों के ऊतकों को ज्यादा विकसित होने से रोकता है. कई बार आसीन जीवन शैली, असंतुलित खानपान, मोटापे या किसी अन्य प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या के चलते जब इन दोनों हार्मोन के बीच असंतुलन उत्पन्न होने लगता है तब यह समस्या हो सकती है. आमतौर पर नवजात बालकों में यह समस्या ज्यादातर देखने में आती है. जो कुछ समय बाद अपने आप ठीक हो जाती है. इसके अतिरिक्त टीनएज लड़कों तथा बुजुर्ग पुरुषों के शरीर में भी यह समस्या नजर आ सकती है. जो शरीर में हार्मोन का स्तर स्थिर होने पर स्वतः ठीक भी हो जाती है.