Alzheimer : ये वाला योगाभ्यास महिलाओं में याददाश्त वाले रोगों के इलाज में हो सकता है मददगार
UCLA के एक अध्ययन से पता चला है कि अल्जाइमर-याददाश्त कम हाेेने जैसेे रोगों के लिए योग प्रशिक्षण मददगार साबित सकता है. UCLA के शोधकर्ताओं ने पाया कि कुंडलिनी योग' तनाव से प्रभावित दिमाग में गतिविधि बढ़ाता है जिससे याददाश्त तेज होती है. New study about Alzheimer Disease in womens . Alzheimer in womens .
अल्जाइमर - कॉन्सेप्ट इमेज
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Published : Jul 27, 2023, 4:25 PM IST
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Updated : Jul 27, 2023, 5:32 PM IST
न्यूयॉर्क :अल्जाइमर और याददाश्त कम हाेेने जैसेे रोगों के लिए योग प्रशिक्षण मदद कर सकता है. महिलाओं में होने वाले Alzheimer और याददाश्त कम हाेेने जैसेे रोगों को सांसों पर ध्यान केंद्रित करने वाली योग क्रिया के माध्यम से ठीक किया जा सकता है, यह बात एक अध्ययन में साबित हुई. कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय लॉस एंजिल्स- UCLA के शोधकर्ताओं ने पाया कि जिस प्रकार एमआरआई का उपयोग करके दिमाग के क्षेत्रों और उप-क्षेत्रों में गतिविधि को मापा जाता है,उसी तरह 'कुंडलिनी योग' तनाव से प्रभावित दिमाग के एक क्षेत्र में गतिविधि को बढ़ाता है,जिससे याददाश्त तेज होती है.
Journal of Alzheimer Disease के ऑनलाइन प्रकाशित अध्ययन में शोधकर्ताओं ने हिप्पोकैम्पस के उपक्षेत्रों में कनेक्टिविटी पर स्मृति वृद्धि प्रशिक्षण- MET के दृष्टिकोण की तुलना में योग के प्रभावों का अध्ययन किया, जो सीखने और स्मृति के लिए मस्तिष्क का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है. Memory enhancement training - MET उन तकनीकों से याददाश्त सुधारने के लिए मौखिक और दृश्याें का सहारा लेते हैं. UCLA में लेट-लाइफ,मूड स्ट्रेस एंड वेलनेस रिसर्च प्रोग्राम के निदेशक, मनोचिकित्सक डॉ. हेलेन लावरेत्स्की ने कहा कि Kundalini Yoga प्रशिक्षण तनाव से संबंधित हिप्पोकैम्पस कनेक्टिविटी को बेहतर ढंग से लक्षित करता है,जबकि MET हिप्पोकैम्पस के संवेदी-एकीकरण उपक्षेत्रों को बेहतर ढंग से लक्षित कर सकता है, जो बेहतर स्मृति विश्वसनीयता का समर्थन करता है.
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कुंडलिनी योग :अध्ययन में 22 प्रतिभागियों को शामिल किया गया जो Alzheimer जोखिम पर योग के प्रभावों का अध्ययन करने वाले एक बड़े स्वतंत्र नियंत्रित परीक्षण का हिस्सा थे. 11 योग प्रतिभागियों की औसत आयु लगभग 61 थी, जबकि MET समूह में यह आयु लगभग 65 रखी गई थी. सभी ने पिछले वर्ष के दौरान याददाश्त में गिरावट की रिपोर्ट की थी.साथ ही उनमें हृदय संबंधी जोखिम था,जो अल्जाइमर रोग के जोखिम को भी बढ़ा सकते हैं. योग और एमईटी दोनों समूहों में यह सत्र 12 सप्ताह तक चला, प्रत्येक सप्ताह 60 मिनट का व्यक्तिगत प्रशिक्षण सत्र होता था. 'कुंडलिनी योग' प्रशिक्षण को ध्यान रूप क्रिया में समर्थित किया गया था. निष्कर्षों के आधार पर लेखकों ने कहा कि योग प्रशिक्षण तनाव से प्रभावित हिप्पोकैम्पस उपक्षेत्र कनेक्टिविटी को बेहतर ढंग से लक्षित कर सकता है जो याददाश्त बढ़ाने में मदद कर सकता है.
वृद्धों-व्यस्कों के लिए आदर्श है योग :लावरेत्स्की ने कहा, मुख्य बात यह है कि यह अध्ययन मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए योग के लाभों का समर्थन करने वाले साहित्य में शामिल है,विशेष रूप से यह उन महिलाओं के लिए जिन्हें अधिक तनाव या याददाश्त काम होने की बीमारी है. योग की क्रियाएं वृद्ध व्यस्कों के लिए आदर्श हैं.अध्ययन से पता चलता है कि योग की इन क्रियाओं से उन महिलाओं को विशेष लाभ हो सकता है जो अक्सर तनाव का अनुभव करती हैं. लेखकों का कहना है कि हिप्पोकैम्पस कनेक्टिविटी और स्मृति पर योगऔर MET के लाभकारी प्रभावों को स्पष्ट करने के लिए भविष्य में एक बड़े अध्ययन की आवश्यकता होगी. Alzheimer Disease in womens . Alzheimer in womens .