सिडनी : ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने एक नए प्रकार का ओरल कैप्सूल डिजाइन किया है, जिसका मतलब है कि बिना इंजेक्शन के इंसुलिन ली जा सकती है. मधुमेह से पीड़ित लोगों को दिन में कई बार इंसुलिन इंजेक्शन लेनी पड़ती है, जो न केवल कष्टकारी है बल्कि लागत भी ज्यादा होती है. आरएमआईटी यूनिवर्सिटी के डॉ जेमी स्ट्रेचन के अनुसार, कैप्सूल से दवा पेट से होते हुए छोटी आंत तक सुरक्षित रूप से पहुंच सकती है. स्कूल ऑफ साइंस के स्ट्रेचन ने कहा, 'कैप्सूल में एक विशेष कोटिंग होती है जिसे पेट के कम पीएच वातावरण में गलने से बचाने के लिए डिजाइन किया गया है.'
'हम इंसुलिन को कैप्सूल के भीतर एक वसायुक्त (Fat) नैनोमटेरियल के अंदर रखते हैं जो इंसुलिन को छिपाने में मदद करता है ताकि यह आंतों की दीवारों को पार कर सके.' अंतरराष्ट्रीय जर्नल बायोमैटिरियल्स एडवांसेज में प्रकाशित प्री-क्लिनिकल अध्ययन में इंसुलिन के साथ नए ओरल कैप्सूल का परीक्षण किया गया, जिसमें तेजी से काम करने वाले और धीमी गति से काम करने वाले इंसुलिन दोनों के साथ ओरल कैप्सूल के प्रदर्शन का आकलन किया गया.