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वजन कम करने में लाभकारी हो सकता है राई का इस्तेमाल

एक शोध में पता चला है कि राई का इस्तेमाल वजन कम करने में लाभकारी साबित हो सकता है. आज बढ़ता वजन दुनियाभर के कई लोगों की समस्या है और भारत में भी ऐसे लोगों की तादाद बहुत ज्यादा है. इस शोध के बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ें

Mustard
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Published : Jan 6, 2022, 2:06 PM IST

हैदराबाद: हमारी भारतीय मसालेदानी का एक खास हिस्सा मानी जाने वाली “राई” स्वास्थ्य के नजरिये से बहुत फायदेमंद (Health benefits of mustard) मानी जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि राई और उससे बनने वाले खाद्य पदार्थ, वजन घटाने में काफी मददगार साबित हो (Use of mustard can be beneficial in reducing weight) सकते हैं. मनुष्यों के मेटाबोलिज़्म को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने वाले खाद्य पदार्थों को लेकर हुए एक शोध में यह जानकारी सामने आई है. गौरतलब है की इस शोध में व्यक्ति के वजन और उसके शरीर में वसा की मात्रा को प्रभावित करने वाले विभिन्न प्रकार के आहार का मूल्यांकन किया गया था, जिनमें गेहूं और राई मुख्य थे.

राई के इस्तेमाल से कम होगा वजन

आज दुनिया की एक बड़ी आबादी मोटापे से जूझ रही है. बढ़ता वजन हमारे देश में भी कई लोगों की समस्या है. इन लोगों के मन में बस एक ही सवाल आता है कि वजन कम कैसे करें (how to lose weight). हाल ही में क्लिनिकल न्यूट्रिशन जर्नल मेमन में प्रकाशित एक शोध में चल्मर्स यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने दावा किया है की राई से बने खाद्य पदार्थ वजन घटाने (mustard Helps to lose weight) में कारगर हो सकते हैं. यही नही नियमित तौर पर राई और उससे बने आहार के सेवन से शरीर को कई अन्य फायदे भी होते हैं. गौरतलब है की यह शोध ऐसे आहारों की खोज और उनका विकास करने के उद्देश्य से किया गया था. जो भूख और शरीर के मेटाबोलिज़्म पर सकारात्मक असर डालते हो. इस शोध में राई के फ़ायदों पर विशेष ध्यान दिया गया है.

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क्या कहते हैं शोध का नतीजे

गौरतलब है की मोटापा यानी ओबेसिटी और ज्यादा वजन फिलहाल दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक माने जाते हैं. जिनसे राहत पाने के लिए दुनिया भर में अलग-अलग प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं. यह शोध भी इसी श्रंखला की एक कड़ी है. जिसमें शोधकर्ताओं नें अलग-अलग उम्र की महिलाओं और पुरुषों के आहार में परिवर्तन कर उनके स्वास्थ्य का निरीक्षण किया था.

इस शोध में 30 से 70 साल की उम्र के ऐसे पुरुषों और महिलाओं को शामिल किया गया था, जिनका वजन 242 किग्रा से ज्यादा था. परीक्षण के दौरान प्रतिभागियों को दो समूहों में बांटा गया था जिनमें एक निश्चित अवधि के लिए एक समूह के आहार में परिष्कृत गेहूं और दूसरे समूह के आहार में समान ऊर्जा वाले परिष्कृत गेहूं के साथ ही राई से बने उत्पादों को भी शामिल किया गया था. परीक्षण के नतीजों में सामने आया कि वैसे तो राई व गेंहू और गेहूं से बने आहार का सेवन करने वाले दोनों समूहों के प्रतिभागियों के वजन में कमी आई थी , लेकिन विशेष तौर पर गेंहू के साथ राई से बने खाद्य पदार्थों का सेवन करने वाले समूह के प्रतिभागियों के वजन में सिर्फ गेहूं से बने आहार का सेवन करने वाले लोगों की तुलना में औसतन एक किलोग्राम अधिक वजन की कमी देखी गई थी. शोध में यह भी सामने आया कि गेंहू के साथ राई युक्त आहार खाने वालों के शरीर में वसा के स्तर पर भी सकारात्मक असर पड़ता है.

ज्यादा अध्ययन की जरूरत

शोध के निष्कर्षों के बारें में ज्यादा जानकारी देते हुए चल्मर्स यूनिवर्सिटी के खाद्य और पोषण विज्ञान विभाग में प्रमुख शोधकर्ता नोहर इवर्सेन ने बताया कि परीक्षण के परिणामों से साबित हुआ है कि राई का इस्तेमाल, ना सिर्फ वजन घटाने के लिहाज से बल्कि शरीर में वसा के स्तर को नियंत्रित करने और शरीर के मेटाबोलिज़्म को बेहतर करने में भी फायदेमंद हो सकता है. उन्होंने बताया कि फिलहाल उनकी टीम इस बात की जांच कर रही है कि क्या राई के इस्तेमाल से वजन में कमी के लिए कहीं आंतों में मौजूद कोई विशिष्ट बैक्टीरिया तो जिम्मेदार नही होता है?

गौरतलब है कि पूर्व में भी राई के फ़ायदों को लेकर कुछ शोध किए गए थे, जिनके नतीजों में माना गया था कि जो लोग राई का नियमित सेवन करते हैं उनके शरीर में फाइबर अपेक्षाकृत बेहतर मात्रा में पाया जाता है. इस शोध में भी सामने आया है कि राई का नियमित सेवन करने वाले लोग उन लोगों की तुलना में अधिक ऊर्जावान महसूस करते हैं, जो सिर्फ परिष्कृत गेहूं से बने आहार का सेवन करते हैं. लेकिन शोध में शोधकर्ताओं ने यह भी कहा है कि अलग-अलग लोगों पर एक ही प्रकार के भोजन के अलग-अलग फायदे नुकसान सामने आते हैं. और उनका शरीर अलग-अलग तरीकों से आहार को लेकर प्रतिक्रिया दे सकता हैं.

शोधकर्ताओं ने इस विषय पर ज्यादा अध्ययन किए जाने की बात भी कही है जिससे यह पता चल सके कि ऐसा क्यों होता है.

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