भुवनेश्वर : कोविड -19 महामारी हो या और कुछ, ओडिशा में पिछले छह वर्षो के दौरान आत्महत्याओं की संख्या में तेज वृद्धि देखी गई है. नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले छह वर्षों (2016 से 2021) के दौरान राज्य में आत्महत्या के 28,249 मामले सामने आए हैं. आंकड़े बताते हैं कि हर गुजरते साल के साथ आत्महत्या के मामले बढ़ते गए हैं.
जबकि 2016 में ओडिशा के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में 3,884 आत्महत्याएं दर्ज की गईं, वे 2017 में बढ़कर 4,151 और 2018 में 4,447 हो गईं, जबकि 2019 में उनकी संख्या 4,636 हो गई. 2020 और 2021 में, जब ओडिशा कोविड-19 महामारी की चपेट में था, राज्य में आत्महत्याओं ने 5,000 का आंकड़ा पार कर लिया था. आंकड़ों के अनुसार, 2020 में 5,482 लोगों ने आत्महत्या की, जबकि 2021 में ऐसे मामले बढ़कर 5,649 हो गए.
ओडिशा के सबसे पुराने शहर कटक में छह वर्षों के दौरान सबसे अधिक 3,325 लोगों ने आत्महत्या की. जबकि 2016 में कटक शहरी पुलिस जिले में ऐसे 349 मामले दर्ज किए गए थे, यह आंकड़ा 2021 में दो गुना से अधिक बढ़कर 875 हो गया. हालांकि, कटक जिले के ग्रामीण इलाकों में आत्महत्या के मामलों में इतनी अधिक वृद्धि नहीं देखी गई है. इस अवधि के दौरान कटक जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 283 ऐसे मामले सामने आए.