जिस तरह पौधों को स्वस्थ तथा हरा भरा रहने के लिए पानी की जरूरत होती है, उसी तरह इंसानी शरीर को भी स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन जरूरी मात्रा में पानी पीने की आवश्यकता होती है। हमारे शरीर से प्रतिदिन पसीने, पेशाब या आंसुओं के रूप में बहुत सारा पानी बाहर निकल जाता है। ऐसे में यदि शरीर से निकलने वाली इस पानी की कमी को पूरा ना किया जाए, तो शरीर में डीहाइड्रेशन या पानी की कमी हो जाती है। एप्पल अस्पताल, इंदौर के जनरल फिजिशियन डॉक्टर संजय जैन बताते हैं शरीर में पानी की कमी बहुत सी बीमारियों का कारण बन सकती है। इसलिए बहुत जरूरी है कि शरीर में पानी की कमी ना होने दी जाए।
डिहाइड्रेशन के कारण
- ज्यादा मात्रा में उल्टी होना
- डायरिया होना
- कम पानी ग्रहण करना
- लंबे समय तक तेज बुखार का शिकार होना
डॉ. संजय जैन बताते हैं की रोजमर्रा की शारीरिक गतिविधियों के दौरान हमारे शरीर से विभिन्न तरीको से पानी बाहर निकलता रहता है। ऐसे में यदि शरीर में जरूरत अनुसार पानी की पूर्ति ना हो पाए, तो शरीर में अलग-अलग लक्षण दिखने लगता है। शरीर में पानी की कमी को कुछ लक्षणों के माध्यम से जाना जा सकता है।
डिहाइड्रेशन के लक्षण
- मुंह का सूखना या मुंह से बदबू आना
कम मात्रा में पानी ग्रहण करने से हमारे मुंह में सलाइवा ग्लैंड प्रभावित होती है और मुंह में सलाइवा के निर्माण में कमी आने लगती है। जिससे मुंह के सूखने जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है। हमारी सलाइवा यानी थूक में एंटीबैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं। यदि सलाइवा के निर्माण में कमी आने लगे, तो मुंह में बैक्टीरिया के आक्रमण की आशंका बढ़ जाती है. नतीजतन मुंह से लगातार बदबू आने की शिकायत भी बढ़ सकती है।
- रूखी सूखी त्वचा
सिर्फ मुंह ही नहीं शरीर में पानी की कमी के चलते हमारी त्वचा पर भी खासा असर पड़ता है और हमारी त्वचा रूखी-सुखी और बेजान हो जाती है। यही नहीं त्वचा में नमी की कमी के चलते आंखों के आसपास काले घेरे भी बढ़ जाते हैं। त्वचा के खुष्क होने पर खुजली तथा कई प्रकार की त्वचा संबंधी समस्याएं होने की आशंका बढ़ जाती है।
- थकान और बेचैनी
सिर्फ कॉफी ही नहीं एक गिलास पानी पीने से भी शरीर में तुरंत ऊर्जा का संचार होता है। शरीर में पानी की कमी थकान और बेचैनी जैसी समस्याओं को बढ़ावा देती है. इससे किसी भी काम में ध्यान लगाने में समस्या होती है। वहीं जब थकान को दूर करने के लिए कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन किया जाता है, वह हमारे शरीर पर नकारात्मक असर डालता है। इसलिए कैफीन युक्त पेय पदार्थों के सेवन की बजाए जरुरी मात्रा में पानी पीने से बगैर शरीर को हानि पहुंचाए थकान से छुटकारा पाया जा सकता है।
- मसल्स क्रैंप यानी मांसपेशियों में ऐंठन
शरीर में पानी की कमी के चलते खून के दबाव तथा रक्त परिसंचरण की गति पर भी असर पड़ता है। जिसके चलते हाथों और पैरों की मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है, जो कई बार ज्यादा दर्द भरी भी हो सकती है।
- कॉन्स्टिपेशन यानी कब्ज